कूचबिहार: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
(कूच बिहार को अनुप्रेषित)
 
Line 1: Line 1:
{{पुनरीक्षण}}
#REDIRECT[[कूच बिहार]]
[[चित्र:Cooch-Behar-Palace.jpg|thumb|250px|कूचबिहार पैलेस]]  
*कूचबिहार [[भारत]] के [[बंगाल]] प्रान्त का एक नगर और ज़िला है। यह तोरसा नदी के किनारे स्थित है और तिस्ता तथा संकोश नदियाँ [[ब्रह्मपुत्र]] में मिलने से पहले इस ज़िले से होकर गुज़रती हैं। इसका नाम कोच नामक क़बाइलियों के आधार पर पड़ा है, जिन्हें बाद को, ख़ासकर उनके राजाओं को क्षत्रिय समझा जाने लगा।
*कूचबिहार ज़िला कामरूप ([[आसाम]]) के प्राचीन [[हिन्दू|हिन्दू शासकों]] के राज्य का एक अंग था। [[भास्कर वर्मा]] (लगभग 600-650 ई.) के काल में यह राज्य करतोया तक फैला हुआ था। लेकिन सोलहवीं शताब्दी के आरम्भ में वह कामरूप से अलग हो गया और स्थानीय कोच लोगों के मुखिया विश्वसिंह के द्वारा स्थापित नेय राज्य की राजधानी कूचबिहार बन गई।
*इस वंश का सबसे बड़ा राजा विश्वसिंह का पुत्र और उसका उत्तराधिकारी नरनारायण (1540-84 ई.) हुआ। इसने आसाम का काफ़ी बड़ा भू-भाग अपने अधीन कर लिया और आधुनिक रंगपुर ज़िले के दक्षिणी अंचल तक अपनी शक्ति का विस्तार किया। वह हिन्दुत्व कला और साहित्य का बहुत बड़ा पोषक था। उसने [[गौहाटी]] के निकट कामाख्या देवी के मन्दिर का फिर से निर्माण कराया। यह मन्दिर काला पहाड़ नामक मुस्लिम हमलावर द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। वह आसाम के [[वैष्णव धर्म]] का महान संस्थापक शंकरदेव का संरक्षक था।
*हमलावर की मृत्यु के बाद उसके पुत्र और भतीजे में उत्तराधिकार का युद्ध छिड़ गया। उसके पुत्र ने अपने को बचाने के लिए मुग़ल बादशाह [[अकबर]] की अधीनता स्वीकार कर ली। उसका राज्य काफ़ी अरसे तक मुग़लों के अधीन बना रहा, किन्तु 1772 ई. में उस पर भाटों ने हमला कर दिया।
*तत्कालीन राजा ने बंगाल के गवर्नर [[वारेन हेस्टिंग्स]] से सहायता की मांग की। वारेन हेस्टिंग्स कम्पनी के सैनिकों की एक टुकड़ी मदद के लिए भेज दी, जिसने भाटों को खदेड़कर उन्हें संधि करने के लिए मजबूर कर दिया।
*कम्पनी और कूचबिहार के राजा के बीच एक संधि हुई, जिसके अधीन राजा ने ईस्ट इंडिया कम्पनी का संरक्षण स्वीकार कर लिया और इसके बदले में वह कम्पनी को वार्षिक राजस्व देने के लिए राज़ी हो गया।
*कूचबिहार [[1938]] ई. तक बंगाल के गवर्नर के शासनांतर्गत रहा, किन्तु इसके बाद इसका नियंत्रण ईस्टर्न स्टेट्स एजेन्सी के सुपुर्द कर दिया गया। [[1950]] ई. में इसका विलय भारतीय गणतंत्र में हुआ और यह पश्चिमी बंगाल का एक ज़िला बन गया।
 
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
{{cite book
| last = भट्टाचार्य
| first = सच्चिदानन्द
| title = भारतीय इतिहास कोश
| edition = 
| publisher = उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, [[लखनऊ]]
| location = भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
| language = [[हिन्दी]]
| pages = पृष्ठ सं 98
| chapter =
}}                           
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
{{पश्चिम बंगाल के पर्यटन स्थल}}{{पश्चिम बंगाल के नगर}}
[[Category:पश्चिम बंगाल]][[Category:पश्चिम बंगाल के नगर]][[Category:भारत के नगर]]
[[Category:नया पन्ना]]
__INDEX__

Latest revision as of 06:52, 4 June 2011