हांसी हिसार: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==") |
No edit summary |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
[[हरियाणा]] | '''हांसी''' [[हरियाणा]] के [[हिसार|हिसार शहर]] में स्थित है। यह मध्यकालीन नगर है। [[पाणिनि]] ने शायद इसे ही 'असिका' कहा था। इसकी स्थापना 12वीं शती ई. में [[पृथ्वीराज चौहान]] के मातामह आनंदपाल ने की थी। | ||
{{लेख प्रगति | *[[मुसलमान]] इतिहास लेखकों के ग्रंथों में इस नगर का उल्लेख है। | ||
|आधार= | *अफ़्रीकी यात्री [[इब्नबतूता]] ने इस नगर की समृद्धि और अपार जनसंख्या का उल्लेख किया है।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= भारतकोश पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=1017|url=}}</ref> | ||
|प्रारम्भिक= | *हांसी में एक क़िला है, जिसको देखने के लिए अनेक पर्यटक यहाँ आते हैं। क़िले में पर्यटक योद्धेया वंश के बर्तन और अनेक अवशेषों को देख सकते हैं। | ||
|माध्यमिक= | *पहले हांसी हरियाणा का प्रमुख प्रशासनिक शहर हुआ करता था। | ||
|पूर्णता= | *ब्रिटिश राज के समय ब्रिटिश शासकों ने [[1902]] ई. में यहाँ पर छावनी की स्थापना की थी। | ||
|शोध= | |||
}} | {{लेख प्रगति |आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध=}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | |||
<references/> | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{हरियाणा के पर्यटन स्थल}} | {{हरियाणा के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:हरियाणा]][[Category:हरियाणा_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:हिसार के पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]] | [[Category:हरियाणा]][[Category:हरियाणा के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:हरियाणा_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:हिसार के पर्यटन स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 13:54, 14 August 2014
हांसी हरियाणा के हिसार शहर में स्थित है। यह मध्यकालीन नगर है। पाणिनि ने शायद इसे ही 'असिका' कहा था। इसकी स्थापना 12वीं शती ई. में पृथ्वीराज चौहान के मातामह आनंदपाल ने की थी।
- मुसलमान इतिहास लेखकों के ग्रंथों में इस नगर का उल्लेख है।
- अफ़्रीकी यात्री इब्नबतूता ने इस नगर की समृद्धि और अपार जनसंख्या का उल्लेख किया है।[1]
- हांसी में एक क़िला है, जिसको देखने के लिए अनेक पर्यटक यहाँ आते हैं। क़िले में पर्यटक योद्धेया वंश के बर्तन और अनेक अवशेषों को देख सकते हैं।
- पहले हांसी हरियाणा का प्रमुख प्रशासनिक शहर हुआ करता था।
- ब्रिटिश राज के समय ब्रिटिश शासकों ने 1902 ई. में यहाँ पर छावनी की स्थापना की थी।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 1017 |