लक्ष्मण वेलिंगकर: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - "पुर्तगाल" to "पुर्तग़ाल") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replacement - " महान " to " महान् ") |
||
Line 3: | Line 3: | ||
*इन्होंने थोड़ी-बहुत शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने दवाई विक्रेता की दुकान पर नौकरी कर ली। | *इन्होंने थोड़ी-बहुत शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने दवाई विक्रेता की दुकान पर नौकरी कर ली। | ||
*वह गोवा राष्ट्रीय क्रांग्रेस के सदस्य थे। अपने प्रदेश को मुक्त कराके शेष [[भारत]] के साथ मिलाने के लिए उन्होंने गोपनीय प्रयास भी किए और उसी प्रयास में वह शहीद हुए। | *वह गोवा राष्ट्रीय क्रांग्रेस के सदस्य थे। अपने प्रदेश को मुक्त कराके शेष [[भारत]] के साथ मिलाने के लिए उन्होंने गोपनीय प्रयास भी किए और उसी प्रयास में वह शहीद हुए। | ||
*[[पुर्तग़ाल]] की पुलिस ने गोवा के | *[[पुर्तग़ाल]] की पुलिस ने गोवा के महान् क्रांतिकारी लक्ष्मण वेलिंगकर को गिरफ्ताकर करके यह जानने का प्रयत्न किया कि उसके साथी कौन-कौन है? | ||
*लक्ष्मण वेलिंगकर ने अपने किसी भी क्रांतिकारी साथी का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें मारा गया, जगह-जगह उनके शरीर को जलाया गया और चाकू से उसकी चमड़ी काटकर उसमें [[नमक]]-[[मिर्च]] भरा गया; लेकिन फिर भी अपने किसी साथी को फँसाने के लिए उसका मुँह नहीं खोला। इन यातनाओं का परिणाम यह हुआ कि जेल में उनकी [[मृत्यु]] हो गई।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/goa%20krantikari.php#Laxman%20V |title=लक्ष्मण वेलिंगकर|accessmonthday=16 फरवरी|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref> | *लक्ष्मण वेलिंगकर ने अपने किसी भी क्रांतिकारी साथी का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें मारा गया, जगह-जगह उनके शरीर को जलाया गया और चाकू से उसकी चमड़ी काटकर उसमें [[नमक]]-[[मिर्च]] भरा गया; लेकिन फिर भी अपने किसी साथी को फँसाने के लिए उसका मुँह नहीं खोला। इन यातनाओं का परिणाम यह हुआ कि जेल में उनकी [[मृत्यु]] हो गई।<ref>{{cite web |url=http://www.kranti1857.org/goa%20krantikari.php#Laxman%20V |title=लक्ष्मण वेलिंगकर|accessmonthday=16 फरवरी|accessyear=2017 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=क्रांति 1857|language= हिंदी}}</ref> | ||
Latest revision as of 11:27, 1 August 2017
लक्ष्मण वेलिंगकर का जन्म सन 1925 में गोवा के वेलिंग स्थान पर हुआ था। भारत की आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाले प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।
- इन्होंने थोड़ी-बहुत शिक्षा प्राप्त करके उन्होंने दवाई विक्रेता की दुकान पर नौकरी कर ली।
- वह गोवा राष्ट्रीय क्रांग्रेस के सदस्य थे। अपने प्रदेश को मुक्त कराके शेष भारत के साथ मिलाने के लिए उन्होंने गोपनीय प्रयास भी किए और उसी प्रयास में वह शहीद हुए।
- पुर्तग़ाल की पुलिस ने गोवा के महान् क्रांतिकारी लक्ष्मण वेलिंगकर को गिरफ्ताकर करके यह जानने का प्रयत्न किया कि उसके साथी कौन-कौन है?
- लक्ष्मण वेलिंगकर ने अपने किसी भी क्रांतिकारी साथी का नाम बताने से इन्कार कर दिया। उन्हें मारा गया, जगह-जगह उनके शरीर को जलाया गया और चाकू से उसकी चमड़ी काटकर उसमें नमक-मिर्च भरा गया; लेकिन फिर भी अपने किसी साथी को फँसाने के लिए उसका मुँह नहीं खोला। इन यातनाओं का परिणाम यह हुआ कि जेल में उनकी मृत्यु हो गई।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ लक्ष्मण वेलिंगकर (हिंदी) क्रांति 1857। अभिगमन तिथि: 16 फरवरी, 2017।
संबंधित लेख
- REDIRECTसाँचा:स्वतन्त्रता सेनानी