आईआरएस-1ए उपग्रह: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''आईआरस-1ए''', सुदूर संवेदी उपग्रहों की स्‍वदेशी उत्‍...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला")
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
(No difference)

Latest revision as of 10:24, 9 February 2021

आईआरस-1ए, सुदूर संवेदी उपग्रहों की स्‍वदेशी उत्‍कृष्‍ट श्रृंखला में प्रथम है। इसे 17 मार्च, 1988 को सोवियत कोस्‍मोड्रोम, बैकानूर से सौर भूतुल्‍यकाली कक्षा में प्रमोचित किया गया था। आईआरएस-1ए पर राष्‍ट्र के ऊपर से प्रत्‍येक बार गुजरने पर लगभग 140 कि.मी. परमार्ज के साथ क्रमश: 73मीटर और 36.25 मीटर विभेदन सहित लिस-I और लिस-II दो कैमरे स्‍थापित किए गए हैं। 8 वर्ष और 4 महीनों की सेवा के बाद जुलाई, 1996 के दौरान मिशन संपन्न हो गया।


मिशन प्रचालनीय सुदूर संवेदन
भार 975 कि.ग्रा.
ऑनबोर्ड पॉवर 600 वॉट्स
संचार एस-बैंड, एक्स-बैंड और वीएचएफ़ (केवल आदेशात्मक)
स्थिरीकरण 4 अभिक्रिया चक्रों, चुंबकीय आघूर्णकों सहित स्थिरीकृत तीन अक्षीय पिंड (शून्य संवेग)
आरसीएस सोलह 1 न्यूटन थ्रस्टेरों सहित एकल नोदक (हाइड्राज़ीन आधारित) अभिक्रिया नियंत्रण प्रणाली
नीतभार तीन ठोस स्थिति पुश ब्रूम कैमरा:

लिस-1 (72.5 मीटर विभेदन),
लिस-2ए और
लिस-2बी (36.25 मीटर विभेदन)

प्रमोचन दिनांक 17 मार्च, 1988
प्रमोचन स्थल बैकानूर कॉस्मोड्रोम कज़ाकिस्तान
प्रमोचन यान वोस्तोक
कक्षा 904 कि.मी. ध्रुवीय सूर्य-तुल्यकाली
आनति 99.08o
पुनरागमन 22 दिन (307 कक्षाएँ)
स्थानीय समय प्रातः 10.30 बजे (अवरोही नोड)
मिशन का समापन जुलाई, 1996 के दौरान


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख