अलाबु:-बू:: Difference between revisions

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*लंबी लौकी'''-बु''' (नपुंसक लिंग)
*लंबी लौकी'''-बु''' (नपुंसक लिंग)
::1. तुमड़ी का बना पान-पात्र  
::1. तुमड़ी का बना पान-पात्र  
::2. तुमड़ी का हलका [[फल]] जो पानी पर तैरता है'''-किं''' हि नामैतत अम्बुनि मज्जन्त्यलाबूनि ग्रावाण: प्लवन्त इति<ref>महावी. 1, [[मनुस्मृति]] 6/54
::2. तुमड़ी का हलका [[फल]] जो पानी पर तैरता है'''-किं''' हि नामैतत अम्बुनि मज्जन्त्यलाबूनि ग्रावाण: प्लवन्त इति<ref>महावी. 1, [[मनुस्मृति]] 6/54</ref>





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अलाबुः-बूः (स्त्रीलिंग) [न-लम्बते; न+लम्बू+उ-णित् नलोपश्च वृद्धिः-तारा.]

  • लंबी लौकी-बु (नपुंसक लिंग)
1. तुमड़ी का बना पान-पात्र
2. तुमड़ी का हलका फल जो पानी पर तैरता है-किं हि नामैतत अम्बुनि मज्जन्त्यलाबूनि ग्रावाण: प्लवन्त इति[1]


समस्त पद-कटम् (नपुंसक लिंग) लौकी का कसा हुआ चूरा,-पात्रम् (नपुंसक लिंग) तुमड़ी का बना बर्तन।[2]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. महावी. 1, मनुस्मृति 6/54
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 112 |

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