शेषनाग झील: Difference between revisions

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चित्र:Sheshnag-Lake-4.jpg|शेषनाग झील, [[जम्मू और कश्मीर]]
चित्र:Sheshnag-Lake-5.jpg|शेषनाग झील, [[जम्मू और कश्मीर]]
चित्र:Sheshnag-Lake-6.jpg|शेषनाग झील, [[जम्मू और कश्मीर]]
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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Latest revision as of 11:28, 13 August 2017

शेषनाग झील
नाम शेषनाग झील
देश भारत
राज्य जम्मू और कश्मीर
नगर/ज़िला अनंतनाग ज़िला
निर्देशांक उत्तर - 34.093697° ; पूर्व - 75.496686°
अधिकतम लंबाई 1.1 किमी (लगभग)
अधिकतम चौड़ाई 0.7 किमी (लगभग)
गूगल मानचित्र गूगल मानचित्र
अन्य जानकारी शेषनाग झील की प्रमुख विशेषता पवित्र गुफा में बर्फ़ से प्राकृतिक शिवलिंग का निर्मित होना है।
अद्यतन‎

शेषनाग झील जम्मू और कश्मीर में अमरनाथ गुफ़ा के पास स्थित एक धार्मिक झील है। यह पर्वतमालाओं के बीच नीले पानी की एक ख़ूबसूरत झील है। अमरनाथ हिन्दुओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहाँ की प्रमुख विशेषता पवित्र गुफा में बर्फ़ से प्राकृतिक शिवलिंग का निर्मित होना है। प्राकृतिक हिम से निर्मित होने के कारण इस स्वयंभू हिमानी शिवलिंग भी कहते हैं। यह झील क़रीब डेढ़ किलोमीटर लम्बाई में फैली है। यह झील चन्दनवाडी से लगभग 16 किमी और पहलगाम से लगभग 32 किमी की दूर पर है।

किंवदंतियाँ

  • किंवदंतियों के अनुसार शेषनाग झील में शेषनाग का वास है और चौबीस घंटों के अंदर शेषनाग एक बार झील के बाहर दर्शन देते हैं, लेकिन यह दर्शन खुशनसीबों को ही नसीब होते हैं।
  • किंवदंती हैं कि जब शिव जी माता पार्वती को अमरकथा सुनाने अमरनाथ ले जा रहे थे, तो उनका इरादा था कि इस कथा को कोई ना सुने। अगर कोई दूसरा इसे सुन लेगा, तो वो भी अमर हो जायेगा और सृष्टि का मूल सिद्धांत गड़बड़ हो जायेगा। सभी इसे सुनकर अमर होने लगेंगे। इसी सिलसिले में उन्होंने अपने असंख्य सांपों-नागों को अनन्तनाग में, बैल नन्दी को पहलगाम में, चन्द्रमा को चन्दनवाडी में छोड दिया था। लेकिन अभी भी उनके साथ शेषनाग था जिसे उन्होंने इस झील में छोड दिया। शंकर जी ने शेषनाग को आदेश दिया था कि इस स्थान से आगे कोई ना जाने पाये। यह भी कहा जाता है कि कभी-कभी झील के पानी में शेषनाग दिखाई देता है।


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विथिका


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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