तेरे द्वार खड़ा भगवान: Difference between revisions

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डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा
डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा
डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा
डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा
भीख माँगने आया तेरे घर, जगत का पालनहारा रे
भीख माँगने आया तेरे घर, जगत् का पालनहारा रे
जगत का पालनहारा
जगत का पालनहारा



Latest revision as of 13:52, 30 June 2017

तेरे द्वार खड़ा भगवान
विवरण तेरे द्वार खड़ा भगवान एक प्रसिद्ध फ़िल्मी गीत है।
रचनाकार कवि प्रदीप
फ़िल्म वामन अवतार (1955)
संगीतकार अविनाश व्यास
गायक/गायिका कवि प्रदीप
अन्य जानकारी कवि प्रदीप का मूल नाम 'रामचंद्र नारायणजी द्विवेदी' था। प्रदीप हिंदी साहित्य जगत् और हिंदी फ़िल्म जगत् के एक अति सुदृढ़ रचनाकार रहे। कवि प्रदीप 'ऐ मेरे वतन के लोगों' सरीखे देशभक्ति गीतों के लिए जाने जाते हैं।

तेरे द्वार खड़ा भगवान, हो
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली

तेरा होगा बड़ा एहसान
कि जुग-जुग तेरी रहेगी शान
भगत भर दे रे झोली
तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
ओ, भगत भर दे रे झोली

डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा
डोल उठी है सारी धरती देख रे, डोला गगन है सारा
भीख माँगने आया तेरे घर, जगत् का पालनहारा रे
जगत का पालनहारा

मैं आज तेरा मेहमान,
कर ले रे मुझसे ज़रा पहचान
भगत भर दे रे झोली

तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
ओ, भगत भर दे रे झोली

आज लुटा दे रे सरबस अपना मान ले कहना मेरा
आज लुटा दे रे सरबस अपना मान ले कहना मेरा
मिट जायेगा पल में तेरा जनम-जनम का फेरा रे
जनम-जनम का फेरा

तू छोड़ सकल अभिमान,
अमर कर ले रे तू अपना दान
भगत भर दे रे झोली

तेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली
ओ भगत भर दे रे झोली


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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