हिन्दी संस्थान मैसूर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
 
(8 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
मैसूर केंद्र की स्थापना वर्ष 1988 में हुई। केंद्र का प्रमुख कार्य [[हिंदी भाषा|हिंदी]] का शिक्षण-प्रशिक्षण एवं हिंदी का प्रचार-प्रसार करना है। मैसूर केंद्र हिंदी के शिक्षण-प्रशिक्षण के अंतर्गत, प्राइमरी, हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट के हिंदी शिक्षकों के लिए हिंदी शिक्षण की आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान कराने के लिए 3-4 सप्ताह के लघुअवधीय नवीकरण पाठ्यक्रमों का आयोजन तथा विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के हिंदी अध्यापकों के लिए 2 सप्ताह के प्रयोजनमूलक पाठ्यक्रमों का संचालन करता है। केंद्र द्वारा प्रचार-प्रसार के अंतर्गत सरकारी अधिकारियों, अनुवादकों और वैज्ञानिकों के लिए 1 सप्ताह के राजभाषा, अनुवाद एवं तकनीकी पाठ्यक्रम भी चलाए जाते हैं। केंद्र का कार्यक्षेत्र पहले केवल कर्नाटक राज्य था। 1992 से इसके कार्यक्षेत्र में [[कर्नाटक]] राज्य के साथ [[केरल]] और केंद्र शासित प्रदेश [[लक्षद्वीप]] भी शामिल कर दिए गए है।
मैसूर केंद्र की स्थापना वर्ष 1988 में हुई। केंद्र का प्रमुख कार्य [[हिन्दी भाषा|हिन्दी]] का शिक्षण-प्रशिक्षण एवं हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना है। मैसूर केंद्र हिन्दी के शिक्षण-प्रशिक्षण के अंतर्गत, प्राइमरी, हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट के हिन्दी शिक्षकों के लिए हिन्दी शिक्षण की आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान कराने के लिए 3-4 सप्ताह के लघुअवधीय नवीकरण पाठ्यक्रमों का आयोजन तथा विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के हिन्दी अध्यापकों के लिए 2 सप्ताह के प्रयोजनमूलक पाठ्यक्रमों का संचालन करता है। केंद्र द्वारा प्रचार-प्रसार के अंतर्गत सरकारी अधिकारियों, अनुवादकों और वैज्ञानिकों के लिए 1 सप्ताह के राजभाषा, अनुवाद एवं तकनीकी पाठ्यक्रम भी चलाए जाते हैं। केंद्र का कार्यक्षेत्र पहले केवल कर्नाटक राज्य था। 1992 से इसके कार्यक्षेत्र में [[कर्नाटक]] राज्य के साथ [[केरल]] और केंद्र शासित प्रदेश [[लक्षद्वीप]] भी शामिल कर दिए गए है।
==स्थापना==
==स्थापना==
{{tocright}}
{{tocright}}
मैसूर केंद्र की स्थापना वर्ष 1988 में हुई थी।
मैसूर केंद्र की स्थापना वर्ष 1988 में हुई थी।
==उद्देश्य==
==उद्देश्य==
राज्य में सेवारत हिंदी शिक्षकों के लिए लघुअवधीय नवीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। इन नवीकरण कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों को भाषाशिक्षण की नवीन प्रविधियों से परिचित कराया जाता है तथा मानक हिंदी के प्रयोग के प्रति उनमें सतत जागरूकता बनाये रखने का प्रयास किया जाता है।  
राज्य में सेवारत हिन्दी शिक्षकों के लिए लघुअवधीय नवीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन नवीकरण कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों को भाषाशिक्षण की नवीन प्रविधियों से परिचित कराया जाता है तथा मानक हिन्दी के प्रयोग के प्रति उनमें सतत जागरूकता बनाये रखने का प्रयास किया जाता है।  
==संपर्क स्थल==
==संपर्क स्थल==
<poem>
<poem>
केंद्रीय हिंदी संस्थान, मैसूर केंद्र,
केंद्रीय हिन्दी संस्थान, मैसूर केंद्र,
वायु सेना चयन समिति के समीप,
वायु सेना चयन समिति के समीप,
मैसूर मिल्क डेयरी के पीछे,
मैसूर मिल्क डेयरी के पीछे,
Line 16: Line 16:




{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
|आधार=आधार1
|प्रारम्भिक=  
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://www.hindisansthan.org/hi/centers/mysore-center.htm  केंद्रीय हिंदी संस्थान मैसूर]
*[http://www.khsindia.org/ केंद्रीय हिन्दी संस्थान]
 
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{हिंदी संस्थान}}
{{हिन्दी संस्थान}}
[[Category:नया पन्ना]]
[[Category:हिन्दी भाषा]][[Category:भाषा कोश]]
[[Category:हिन्दी भाषा]]
[[Category:भारत सरकार के संस्थान]]
[[Category:भारत सरकार के संस्थान]]  
 
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__

Latest revision as of 10:01, 16 January 2014

मैसूर केंद्र की स्थापना वर्ष 1988 में हुई। केंद्र का प्रमुख कार्य हिन्दी का शिक्षण-प्रशिक्षण एवं हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना है। मैसूर केंद्र हिन्दी के शिक्षण-प्रशिक्षण के अंतर्गत, प्राइमरी, हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट के हिन्दी शिक्षकों के लिए हिन्दी शिक्षण की आधुनिक तकनीकों का व्यावहारिक ज्ञान कराने के लिए 3-4 सप्ताह के लघुअवधीय नवीकरण पाठ्यक्रमों का आयोजन तथा विश्वविद्यालय और महाविद्यालय के हिन्दी अध्यापकों के लिए 2 सप्ताह के प्रयोजनमूलक पाठ्यक्रमों का संचालन करता है। केंद्र द्वारा प्रचार-प्रसार के अंतर्गत सरकारी अधिकारियों, अनुवादकों और वैज्ञानिकों के लिए 1 सप्ताह के राजभाषा, अनुवाद एवं तकनीकी पाठ्यक्रम भी चलाए जाते हैं। केंद्र का कार्यक्षेत्र पहले केवल कर्नाटक राज्य था। 1992 से इसके कार्यक्षेत्र में कर्नाटक राज्य के साथ केरल और केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप भी शामिल कर दिए गए है।

स्थापना

मैसूर केंद्र की स्थापना वर्ष 1988 में हुई थी।

उद्देश्य

राज्य में सेवारत हिन्दी शिक्षकों के लिए लघुअवधीय नवीकरण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन नवीकरण कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों को भाषाशिक्षण की नवीन प्रविधियों से परिचित कराया जाता है तथा मानक हिन्दी के प्रयोग के प्रति उनमें सतत जागरूकता बनाये रखने का प्रयास किया जाता है।

संपर्क स्थल

केंद्रीय हिन्दी संस्थान, मैसूर केंद्र,
वायु सेना चयन समिति के समीप,
मैसूर मिल्क डेयरी के पीछे,
सिद्धार्थ नगर, मैसूर-570011(कर्नाटक)
दूरभाष: 0821-2543252
फैक्स: 0821-2543252


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख