कहावत लोकोक्ति मुहावरे-झ: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 6: | Line 6: | ||
! style="width:70%"|अर्थ | ! style="width:70%"|अर्थ | ||
|- | |- | ||
| | | 1- झूठ के पाँव नहीं होते। | ||
1- झूठ के पाँव नहीं होते। | | अर्थ - झूठा आदमी एक बात पर टिका नहीं रह पाता। | ||
| | |||
अर्थ - झूठा आदमी एक बात पर टिका नहीं रह पाता। | |||
|- | |- | ||
|2- झोपड़ी में रहे, महलों के ख्वाब देखे। | |2- झोपड़ी में रहे, महलों के ख्वाब देखे। | ||
| | |अर्थ - अपनी सामर्थ्य से बढ़कर इच्छा करना। | ||
अर्थ - अपनी सामर्थ्य से बढ़कर इच्छा करना। | |||
|- | |- | ||
|3- झाड़ू फेरना। | |3- झाड़ू फेरना। | ||
| | |अर्थ - खत्म करना। | ||
अर्थ - खत्म करना। | |||
|} | |} | ||
Revision as of 08:11, 2 March 2017
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
---|---|
1- झूठ के पाँव नहीं होते। | अर्थ - झूठा आदमी एक बात पर टिका नहीं रह पाता। |
2- झोपड़ी में रहे, महलों के ख्वाब देखे। | अर्थ - अपनी सामर्थ्य से बढ़कर इच्छा करना। |
3- झाड़ू फेरना। | अर्थ - खत्म करना। |