बीना दास: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
प्रीति चौधरी (talk | contribs) ('{{पुनरीक्षण}} *बीना दास का जन्म सन 1912 में हुआ था। *बीना द...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
Line 4: | Line 4: | ||
*[[कलकत्ता]] के बैथुन कॉलेज में पढ़ते हुए वे क्रांतिकारियों के सम्पर्क में आई। | *[[कलकत्ता]] के बैथुन कॉलेज में पढ़ते हुए वे क्रांतिकारियों के सम्पर्क में आई। | ||
*[[6 फ़रवरी]] 1932 ई. को [[बंगाल]] के गवर्नर को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को दीशांत समारोह में उपाधियाँ बाँटनी थीं। | *[[6 फ़रवरी]] 1932 ई. को [[बंगाल]] के गवर्नर को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को दीशांत समारोह में उपाधियाँ बाँटनी थीं। | ||
*बीना ने गवर्नर को मारने का बीड़ा उठाया। | *बीना ने गवर्नर को मारने का बीड़ा उठाया। जैसे ही गवर्नर भाषण पढ़ने के लिए खड़े हुए, बीना ने विद्यार्थियों की पंक्ति में से खड़े होकर गवर्नर पर गोली चला दी, परंतु दुर्भाग्य से निशाना चूक गया और वे गिरफ्तार कर ली गई। | ||
*1939 ई. में उन्हें आम क्षमादान के तहत रिहाई मिली। | *1939 ई. में उन्हें आम क्षमादान के तहत रिहाई मिली। | ||
*इसके बाद वे राष्ट्रवादी आन्दोलन में शामिल हो गई और विधान सभा की सदस्या भी बनीं। | *इसके बाद वे राष्ट्रवादी आन्दोलन में शामिल हो गई और विधान सभा की सदस्या भी बनीं। | ||
Line 20: | Line 19: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
[[Category:इतिहास_कोश]] | [[Category:इतिहास_कोश]] | ||
[[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]] | [[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]] | ||
[[Category:चरित कोश]] | |||
[[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]] | [[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]] | ||
[[Category:औपनिवेशिक काल]] | |||
[[Category: | |||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 07:57, 6 October 2011
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- बीना दास का जन्म सन 1912 में हुआ था।
- बीना दास बंगाल के एक उच्च घराने की लड़की थीं।
- कलकत्ता के बैथुन कॉलेज में पढ़ते हुए वे क्रांतिकारियों के सम्पर्क में आई।
- 6 फ़रवरी 1932 ई. को बंगाल के गवर्नर को विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को दीशांत समारोह में उपाधियाँ बाँटनी थीं।
- बीना ने गवर्नर को मारने का बीड़ा उठाया। जैसे ही गवर्नर भाषण पढ़ने के लिए खड़े हुए, बीना ने विद्यार्थियों की पंक्ति में से खड़े होकर गवर्नर पर गोली चला दी, परंतु दुर्भाग्य से निशाना चूक गया और वे गिरफ्तार कर ली गई।
- 1939 ई. में उन्हें आम क्षमादान के तहत रिहाई मिली।
- इसके बाद वे राष्ट्रवादी आन्दोलन में शामिल हो गई और विधान सभा की सदस्या भी बनीं।
- 1946 ई. में वे साम्प्रादायिक दंगे के समय नोआखाली यात्रा में महात्मा गाँधी के साथ गईं।
- 1986 ई. में ऋषिकेश में उनका देहावसान हुआ।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख