गरुड़ अस्त्र: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 5: | Line 5: | ||
{{अस्त्र शस्त्र}} | |||
[[Category:पौराणिक_कोश]][[Category:महाभारत]] | [[Category:पौराणिक_कोश]][[Category:महाभारत]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 07:10, 25 May 2010
गरुड़ अस्त्र
इस बाण के चलते ही गरुड़ उत्पन्न होते है, जो सर्पों को खा जाते हैं। ये वे आयुध जो मन्त्रों से चलाये जाते हैं- ये दैवी हैं। प्रत्येक शस्त्र पर भिन्न-भिन्न देव या देवी का अधिकार होता है और मन्त्र-तन्त्र के द्वारा उसका संचालन होता है। वस्तुत: इन्हें दिव्य तथा मान्त्रिक-अस्त्र कहते हैं।