दुमका पर्यटन: Difference between revisions

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दुमका शहर में पर्यटन के लिहाज़ से भी यहाँ की खदानें काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग इन खदानों को देखने आते हैं। इसके अलावा यहाँ एक भव्य [[दुर्गा]] मन्दिर है जो दीयपुर दलमी के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर कई पर्यटन स्थल है जो इस प्रकार है:-  
दुमका शहर में पर्यटन के लिहाज़़ से भी यहाँ की खदानें काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग इन खदानों को देखने आते हैं। इसके अलावा यहाँ एक भव्य [[दुर्गा]] मन्दिर है जो दीयपुर दलमी के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर कई पर्यटन स्थल है जो इस प्रकार है:-  
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Revision as of 13:48, 25 August 2012

[[चित्र:Masanjore-Dam-Dumka.jpg|thumb|250px|मसनजोर बांध, दुमका]] दुमका शहर में पर्यटन के लिहाज़़ से भी यहाँ की खदानें काफ़ी महत्त्वपूर्ण है। देश विदेश से बड़ी संख्या में लोग इन खदानों को देखने आते हैं। इसके अलावा यहाँ एक भव्य दुर्गा मन्दिर है जो दीयपुर दलमी के नाम से जाना जाता है। यहाँ पर कई पर्यटन स्थल है जो इस प्रकार है:-

स्थानीय उत्सव

  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य
  • दुमका के स्थानीय उत्सव इसकी लोक संस्कृति की जान है।
  • वर्ष में यहाँ पर अनेक उत्सव मनाए जाते हैं जिनमें एरोक पूजा प्रमुख है।

भुमका झरना

  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य
  • रानीबहल के पास एक गर्म पानी का झरना है जो बहुत ख़ूबसूरत है।
  • इसका नाम भुमका झरना है।
  • इसके आस-पास का क्षेत्र बहुत ख़ूबसूरत है।

मसनजोर बाँध

  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य
  • इस बांध की दृश्यावली अत्यन्त ही मनोहारी और चित्ताकर्षक है।
  • मसनजोर बाँध के निकट एक छोटी पहाड़ी पर दो विश्रामगृह निर्मित है। इनमें से एक पश्चिम बंगाल और दूसरा बिहार सरकार का है।

मलूटी

  1. REDIRECTसाँचा:मुख्य

मलूटी दुमका ज़िले के शिकारीपाड़ा अचल में सूड़ीचुआ पड़ाव से 4 किमी आगे एक पहाड़ी क्षेत्र का गाँव है। मलूटी गाँव की एक विशेषता यह भी है कि यह पूरी तरह से शिक्षित गाँव है। यहाँ कभी 108 मन्दिर और इतने ही तालाब थे। किन्तु वर्तमान में सिर्फ़ 74 मन्दिर और इतने ही तालाब बचे हैं।

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