शोघी: Difference between revisions

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हरी-भरी वादियों और पहाड़ों से घिरा शोघी आकर्षक विहंगम दृश्य पेश करता है। शहरी तड़क-भड़क, शोर-शराबे से दूर कुछ दिन शांति और तनावरहित जिंदगी जीने के लिए इससे सस्ता और बेहतर विकल्प कोई और नहीं है। शोघी [[समुद्र]] तल से 5,700 फुट ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ का मौसम वर्ष भर सुहावना रहता है।
हरी-भरी वादियों और पहाड़ों से घिरा शोघी आकर्षक विहंगम दृश्य पेश करता है। शहरी तड़क-भड़क, शोर-शराबे से दूर कुछ दिन शांति और तनावरहित जिंदगी जीने के लिए इससे सस्ता और बेहतर विकल्प कोई और नहीं है। शोघी [[समुद्र]] तल से 5,700 फुट ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ का मौसम वर्ष भर सुहावना रहता है।
====पर्यटन====
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बुरुंश के फूल<ref>रोडोडेनड्रन फ्लावर</ref> और बलूत के पेड़<ref>ओक ट्री</ref> से चारों तरफ से घिरे होने के कारण शोघी और भी आकर्षक लगता है, जिस कारण सालभर पर्यटकों के आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है। शोघी को मन्दिरों का शहर भी कहते हैं, जहाँ अनेक छोटे-बड़े मन्दिर हैं। इन मन्दिरों में भक्तों का आना जाना लगा रहता है। यहाँ का सबसे महत्त्वपूर्ण मन्दिर है- '[[तारा देवा मन्दिर शोघी|तारा देवी का मन्दिर]]'। मुख्य आकर्षण में 'जाखू हिल', 'वाइसरेगल लॉज', 'कंडाघाट', '[[काली मन्दिर शोघी|काली मन्दिर]]' और '[[हनुमान मन्दिर शोघी|हनुमान मन्दिर]]' आदि शामिल हैं। यहाँ बनने वाले लोकल प्रोडक्ट्स जैसे- अचार, जूस, शर्बत और जेली भी पर्यटकों को खूब पसंद आते हैं। एडवेंचर के शौकीन लोग शोघी इसलिए भी जाते हैं, क्योंकि ट्रेकिंग और कैंपिग का भरपूर मजा लिया जा सकता है। इस स्थान पर ट्रेकिंग के रास्ते बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं।
बुरुंश के फूल<ref>रोडोडेनड्रन फ्लावर</ref> और बलूत के पेड़<ref>ओक ट्री</ref> से चारों तरफ से घिरे होने के कारण शोघी और भी आकर्षक लगता है, जिस कारण सालभर पर्यटकों के आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है। शोघी को मन्दिरों का शहर भी कहते हैं, जहाँ अनेक छोटे-बड़े मन्दिर हैं। इन मन्दिरों में भक्तों का आना जाना लगा रहता है। यहाँ का सबसे महत्त्वपूर्ण मन्दिर है- '[[तारा देवी मन्दिर शोघी|तारा देवी का मन्दिर]]'। मुख्य आकर्षण में 'जाखू हिल', 'वाइसरेगल लॉज', 'कंडाघाट', '[[काली मन्दिर शोघी|काली मन्दिर]]' और '[[हनुमान मन्दिर शोघी|हनुमान मन्दिर]]' आदि शामिल हैं। यहाँ बनने वाले लोकल प्रोडक्ट्स जैसे- अचार, जूस, शर्बत और जेली भी पर्यटकों को खूब पसंद आते हैं। एडवेंचर के शौकीन लोग शोघी इसलिए भी जाते हैं, क्योंकि ट्रेकिंग और कैंपिग का भरपूर मजा लिया जा सकता है। इस स्थान पर ट्रेकिंग के रास्ते बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं।
==यातायात और परिवहन==
==यातायात और परिवहन==
====वायु मार्ग====
====वायु मार्ग====

Revision as of 09:08, 18 June 2013

शोघी
विवरण 'शोघी' हिमाचल प्रदेश राज्य के शिमला शहर से 13 कि.मी. की दूरी पर स्थित छोटा-सा हिल स्टेशन है।
राज्य हिमाचल प्रदेश
ज़िला शिमला
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 31.06896°, पूर्व- 77.13655°
प्रसिद्धि शोघी को 'मन्दिरों का शहर' भी कहते हैं, जहाँ अनेक छोटे-बड़े मन्दिर दिख जाएंगे। यहाँ का सबसे महत्त्वपूर्ण मन्दिर है- 'तारा देवी मन्दिर'।
कैसे पहुँचें हवाई जहाज़, रेल, बस आदि
हवाई अड्डा जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशन शिमला रेलवे स्टेशन
यातायात टैक्सी और बस
क्या देखें तारा देवी मन्दिर, जाखू हिल, वाइसरेगल लॉज, कंडाघाट, काली मन्दिर, हनुमान मन्दिर, आदि
क्या खायें अचार, जूस, शर्बत, जेली आदि
चित्र:Map-icon.gif गूगल मानचित्र
क्या करें ट्रेकिंग और कैंपिग
अन्य जानकारी शोघी हरी-भरी वादियों, जंगल, पहाड़ों से चारों तरफ से घिरा हुआ है, जिस कारण यह हिल स्टेशन आकर्षक विहंगम दृश्य व नज़ारा पेश करता है।
अद्यतन‎

शोघी हिमाचल प्रदेश के शिमला शहर से 13 कि.मी. की दूरी पर स्थित छोटा-सा हिल स्टेशन है। हालांकि यह छोटा ज़रूर है, पर यहाँ किसी भी चीज़ की कोई कमी नहीं। शोघी हरी-भरी वादियों, जंगल, पहाड़ों से चारों तरफ़ से घिरा हुआ है, जिस कारण यह हिल स्टेशन आकर्षक विहंगम दृश्य व नज़ारा पेश करता है। हरे-भरे जंगल और शांत व सुकूनभरी यहाँ की प्राकृतिक जिंदगी मन में उत्साह और उमंग भरने के लिए काफ़ी है। शोघी का इतिहास 19वीं शताब्‍दी से पहले का है, जिस दौरान एंग्लो-गोरखा युद्ध हुआ था।

स्थिति

हरी-भरी वादियों और पहाड़ों से घिरा शोघी आकर्षक विहंगम दृश्य पेश करता है। शहरी तड़क-भड़क, शोर-शराबे से दूर कुछ दिन शांति और तनावरहित जिंदगी जीने के लिए इससे सस्ता और बेहतर विकल्प कोई और नहीं है। शोघी समुद्र तल से 5,700 फुट ऊँचाई पर स्थित है। यहाँ का मौसम वर्ष भर सुहावना रहता है।

पर्यटन

बुरुंश के फूल[1] और बलूत के पेड़[2] से चारों तरफ से घिरे होने के कारण शोघी और भी आकर्षक लगता है, जिस कारण सालभर पर्यटकों के आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है। शोघी को मन्दिरों का शहर भी कहते हैं, जहाँ अनेक छोटे-बड़े मन्दिर हैं। इन मन्दिरों में भक्तों का आना जाना लगा रहता है। यहाँ का सबसे महत्त्वपूर्ण मन्दिर है- 'तारा देवी का मन्दिर'। मुख्य आकर्षण में 'जाखू हिल', 'वाइसरेगल लॉज', 'कंडाघाट', 'काली मन्दिर' और 'हनुमान मन्दिर' आदि शामिल हैं। यहाँ बनने वाले लोकल प्रोडक्ट्स जैसे- अचार, जूस, शर्बत और जेली भी पर्यटकों को खूब पसंद आते हैं। एडवेंचर के शौकीन लोग शोघी इसलिए भी जाते हैं, क्योंकि ट्रेकिंग और कैंपिग का भरपूर मजा लिया जा सकता है। इस स्थान पर ट्रेकिंग के रास्ते बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं।

यातायात और परिवहन

वायु मार्ग

शिमला हवाई अड्डा शोघी पहुँचने के लिए सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा है, जो 33 कि.मी. दूर है। यहाँ से शोघी टैक्सी से भी जा सकते हैं। दिल्ली से प्रतिदिन शिमला के लिए उड़ानें रहती हैं।

रेल मार्ग

शोघी का नज़दीकी शिमला रेलवे स्टेशन 12.5 कि.मी. की दूर पर स्थित है।

सड़क मार्ग

हिमाचल प्रदेश के सभी शहरों से शोघी के लिए बसे चलती हैं।


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रोडोडेनड्रन फ्लावर
  2. ओक ट्री

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