प्रयोग:मीरा3: Difference between revisions
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<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{समग्रवाद सिद्धांत का अभिप्राय है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-294,प्रश्न-55 | |||
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|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -समाज के अंत:संबंधित अवयवों का सामंजस्य के रूप में देखना | ||
- | +संबंधों की समग्रता | ||
- | -किसी विशिष्ट विषय से संबंधित अवयवों की व्यवस्था | ||
-समाजों का समग्र अथवा अंत: संबंधित अवयवों की व्यवस्था के रूप में देखना | |||
{मार्क्स तथा वेब्लन के सामाजिक परिवर्तन के सिद्धांत क्या कहे जाते हैं? | {मार्क्स तथा वेब्लन के सामाजिक परिवर्तन के सिद्धांत क्या कहे जाते हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-चक्रीय | -चक्रीय |
Revision as of 11:19, 21 March 2014
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