प्रयोग:रिंकू: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
(पृष्ठ को '{| class="bharattable-green" width="100%" |- | valign="top"| {| width="100%" | <quiz display=simple> </quiz> |} |}' से बदल रहा है।)
No edit summary
Line 1: Line 1:
{| class="bharattable-green" width="100%"
'''सुनील दत्त''' भारतीय सिनेमा में के प्रसिद्ध अभिनेता थे। हिन्दी फ़िल्मों में सुनील दत्त को एक ऐसी शख़्सियत के तौर पर याद किया जाता है, जिन्होंने फ़िल्म निर्माण, निर्देशन और अभिनय से लगभग चार दशक तक दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उनके किरदार वास्तविक जीवन के बहुत क़रीब होते थे और उनका व्यक्तित्व भी उनके किरदार की तरह उज्ज्वल और प्रभावशाली रहा। सुनील का विवाह हिन्दी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री [[नर्गिस]] के साथ हुआ था। वह नर्गिस बेहद प्यार करते थे। इस प्यार की कहानी विवाह के पहले से शुरु हुई थी। उनकी प्रेम कहानी कुछ इस तरह से शुरु हुई थी।
|-
==नर्गिस को भेष बदलकर छेड़ते थे सुनील दत्त==
| valign="top"|
[[बॉलीवुड]] में अक्सर किसी ना किसी के प्यार की खबरें आती रहती हैं। ऐसी एक प्रेम कथा थी [[नर्गिस]] और [[सुनील दत्त]] की, जिनकी प्रेम कथा पर एक फ़िल्म भी बनाई जा सकती है। सुनील दत्त ने नर्गिस को पहली बार एक फ़िल्म के प्रीमियर पर देखा था। पहली नज़र में ही नर्गिस को देखकर उन्हें प्यार हो गया था। लेकिन वो उस समय अपने प्यार का इज़हार नहीं कर पाये थे। उन्होंने अपने प्यार का इज़हार इसलिए भी नहीं किया था क्योंकि उस समय नर्गिस एक प्रसिद्ध अदाकारा थीं। सुनील दत्त उस समय [[हिन्दी सिनेमा]] में अपना कॅरियर बनाने के लिए संर्घष कर रहे थे। दूसरी वजह ये भी थी कि उस समय नर्गिस और [[राजकपूर]] के रोमांस की खबरें चल रही थीं। नर्गिस और राजकपूर के रोमांस की खबरों ने कभी उनके प्यार को कम नहीं होने दिया। वो सही समय आने का इंतजार करते रहे।
{| width="100%"
|
<quiz display=simple>


</quiz>
[[महबूब ख़ान]] की फ़िल्म '[[मदर इंडिया]]' में दोनों ने साथ काम किया। इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच के फासले थोड़े कम होने लगे। कुछ बात आगे भी बढ़ी। 'मदर इंडिया' की शूटिंग के दौरान जब सेट पर अचानक से आग लग गई तो उस आग में नर्गिस फंस गई थीं। तो अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए सुनील दत्त ने उन्हें बचाया था। नर्गिस को उनकी ये अदा पसंद आ गई थी। इस घटना के बाद से ही वह भी उन्हें पसंद करने लगी थीं। इसके बाद धीरे-धीरे इनके बीच प्यार हुआ और ये काफ़ी एक करीब आ गए। धीरे-धीरे इनका प्यार परवान चढ़ने लगा तो ये दोनों एक-दूसरे को खत लिखकर अपने प्यार का इज़हार करने लगे। नर्गिस जब सुनील से मिली थीं तो उस समय राजकपूर से उनका ब्रेकअप होने के कगार पर था। साथ ही उन्हें एक ऐसे इंसान की जरूरत थी, जो उन्हें संभाल सके और ये उन्हें सुनील में नज़र आया। उसके बाद उन्होंने शादी कर ली थी।
|}
 
|}
सुनील दत्त शुरू से ही मजाकिया किस्म के इंसान थे। जितना उन्हें गुस्सा आता था उतना ही वो मजाक करते थे। वो नर्गिस को बहुत चिढ़ाते थे। एक बार तो उन्होंने उन्हें पूरे दो घंटे तक इंतजार करवाया। हुआ ऐसा कि फ़िल्म 'हमराज़' की शूटिंग के लिए 110 साल के बूढ़े के किरदार के लिए मेकअप किया जा रहा था। तभी उनसे मिलने नर्गिस आ गईं। उन्होंने दत्त साहब से ही पूछ लिया कि बाबा दत्त साहब कहां हैं। ये सुनते ही दत्त साहब ने मेकअप आर्टिस्ट को कुछ ना बताने का इशारा किया। पूरे 2 घंटे के इंतज़ार के बाद जब [[नर्गिस]] चलने लगीं तो मेकअप आर्टिस्ट को बुरा लगा। उन्होंने नर्गिस को बता दिया कि दत्त साहब आपके बगल में ही हैं। यह सुनते ही नर्गिस हैरान हो गईं और दत्त साहब ज़ोर से हंस पड़े।<ref>{{cite web |url=http://aajtak.intoday.in/gallery/the-eternal-love-story-of-legendary-actors-sunil-dutt-and-nargis-1-12748.html |title= भेष बदलकर नरगिस को छेड़ते थे सुनील दत्त, ऐसी थी इनकी प्रेम कहानी |accessmonthday= 06 जुलाई |accessyear= 2017|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=aajtak.intoday.in|language=हिंदी }}</ref>

Revision as of 13:27, 9 July 2017

सुनील दत्त भारतीय सिनेमा में के प्रसिद्ध अभिनेता थे। हिन्दी फ़िल्मों में सुनील दत्त को एक ऐसी शख़्सियत के तौर पर याद किया जाता है, जिन्होंने फ़िल्म निर्माण, निर्देशन और अभिनय से लगभग चार दशक तक दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उनके किरदार वास्तविक जीवन के बहुत क़रीब होते थे और उनका व्यक्तित्व भी उनके किरदार की तरह उज्ज्वल और प्रभावशाली रहा। सुनील का विवाह हिन्दी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री नर्गिस के साथ हुआ था। वह नर्गिस बेहद प्यार करते थे। इस प्यार की कहानी विवाह के पहले से शुरु हुई थी। उनकी प्रेम कहानी कुछ इस तरह से शुरु हुई थी।

नर्गिस को भेष बदलकर छेड़ते थे सुनील दत्त

बॉलीवुड में अक्सर किसी ना किसी के प्यार की खबरें आती रहती हैं। ऐसी एक प्रेम कथा थी नर्गिस और सुनील दत्त की, जिनकी प्रेम कथा पर एक फ़िल्म भी बनाई जा सकती है। सुनील दत्त ने नर्गिस को पहली बार एक फ़िल्म के प्रीमियर पर देखा था। पहली नज़र में ही नर्गिस को देखकर उन्हें प्यार हो गया था। लेकिन वो उस समय अपने प्यार का इज़हार नहीं कर पाये थे। उन्होंने अपने प्यार का इज़हार इसलिए भी नहीं किया था क्योंकि उस समय नर्गिस एक प्रसिद्ध अदाकारा थीं। सुनील दत्त उस समय हिन्दी सिनेमा में अपना कॅरियर बनाने के लिए संर्घष कर रहे थे। दूसरी वजह ये भी थी कि उस समय नर्गिस और राजकपूर के रोमांस की खबरें चल रही थीं। नर्गिस और राजकपूर के रोमांस की खबरों ने कभी उनके प्यार को कम नहीं होने दिया। वो सही समय आने का इंतजार करते रहे।

महबूब ख़ान की फ़िल्म 'मदर इंडिया' में दोनों ने साथ काम किया। इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच के फासले थोड़े कम होने लगे। कुछ बात आगे भी बढ़ी। 'मदर इंडिया' की शूटिंग के दौरान जब सेट पर अचानक से आग लग गई तो उस आग में नर्गिस फंस गई थीं। तो अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए सुनील दत्त ने उन्हें बचाया था। नर्गिस को उनकी ये अदा पसंद आ गई थी। इस घटना के बाद से ही वह भी उन्हें पसंद करने लगी थीं। इसके बाद धीरे-धीरे इनके बीच प्यार हुआ और ये काफ़ी एक करीब आ गए। धीरे-धीरे इनका प्यार परवान चढ़ने लगा तो ये दोनों एक-दूसरे को खत लिखकर अपने प्यार का इज़हार करने लगे। नर्गिस जब सुनील से मिली थीं तो उस समय राजकपूर से उनका ब्रेकअप होने के कगार पर था। साथ ही उन्हें एक ऐसे इंसान की जरूरत थी, जो उन्हें संभाल सके और ये उन्हें सुनील में नज़र आया। उसके बाद उन्होंने शादी कर ली थी।

सुनील दत्त शुरू से ही मजाकिया किस्म के इंसान थे। जितना उन्हें गुस्सा आता था उतना ही वो मजाक करते थे। वो नर्गिस को बहुत चिढ़ाते थे। एक बार तो उन्होंने उन्हें पूरे दो घंटे तक इंतजार करवाया। हुआ ऐसा कि फ़िल्म 'हमराज़' की शूटिंग के लिए 110 साल के बूढ़े के किरदार के लिए मेकअप किया जा रहा था। तभी उनसे मिलने नर्गिस आ गईं। उन्होंने दत्त साहब से ही पूछ लिया कि बाबा दत्त साहब कहां हैं। ये सुनते ही दत्त साहब ने मेकअप आर्टिस्ट को कुछ ना बताने का इशारा किया। पूरे 2 घंटे के इंतज़ार के बाद जब नर्गिस चलने लगीं तो मेकअप आर्टिस्ट को बुरा लगा। उन्होंने नर्गिस को बता दिया कि दत्त साहब आपके बगल में ही हैं। यह सुनते ही नर्गिस हैरान हो गईं और दत्त साहब ज़ोर से हंस पड़े।[1]