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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {कौन-सा रंग ठंडा होता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-159,प्रश्न-11
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| -पीला
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| -लाल
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| -काला
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| +नीला
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| ||प्रकाशयुक्तता एवं अक्ष-पटल की उत्तेजना के विचार से कुछ वर्ण गरम और शीतल माने जाते हैं। लाल और नारंगी वर्ण उष्ण (गर्म) हैं, नीला एवं हरा वर्ण शीतल (ठंडा)। पीला एवं बैंगनी न उष्ण हैं, न शीतल।
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| {एक पूर्ण चित्र में कितने ग्राउंड (सतह) हो सकता हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-164,प्रश्न-50
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| -एक
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| +तीन
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| -पांच
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| -अनगिनत
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| ||एक पूर्ण चित्र में तीन ग्राउंड (सतह) हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं- अग्रभूमि, मध्यभूमि, तथा पृष्ठभूमि परिदृश्य चित्रों में पूर्ण चित्र वास्तव में इन तीन सतहों से ही निर्मित होता है।
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| {खनिज रंग में बाइंडर मिला होता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-173,प्रश्न-51
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| -अलसी का तेल
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| -तारपीन का तेल
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| +प्राकृतिक ग्लू
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| -कोई नहीं
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| ||[[खनिज]] रंग में प्राकृतिक ग्लू का बाइंडर मिला होता है। प्राकृतिक ग्लू (गोंद) का प्रयोग पेंटिंगों को आपस में जोड़ने के लिए प्रतिवर्ती रंगों को बनाने के लिए किया जाता है।
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| {निम्नलिखित में से [[चित्रकला]] से क्या संबंधित नहीं है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-163,प्रश्न-40
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| |type="()"}
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| -रूप
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| -प्रमाण
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| -भाव
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| +[[लिपि]]
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| ||भारतीय [[चित्रकला]] में चार रूप भित्ति चित्र, चित्रपट, चित्रफलक एवं लद्यु चित्रांकन देखने को मिलते हैं। रूप, प्रमाण और भाव भारतीय [[चित्रकला]] के छ: अंगों (रूपभेद, प्रमाण, भाव, लावण्य योजना, सादृश्य एवं वर्णिका भंग) में से तीन अंग हैं और लिपि इससे संबंधित नहीं है, लिपि का संबंध लेखन कला से है।
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| {सूमी-ए क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-171,प्रश्न-41
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| |type="()"}
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| -चीनी कला
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| +जापानी स्याही चित्रण
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| -फारसी रंग
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| -ईरानी कला
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| ||सूमी-ए, एक प्रकार का जापानी स्याही चित्रण है। सूखी स्याही एक विशेष प्रकार के पत्थर को पीस कर बनायी जाती थी फिर इससे ब्रश की सहायता से चित्र बनाए जाते हैं। 2000 वर्ष पूर्व [[जापान]] में ब्रश की सहायता से सूमी स्याही द्वारा [[जैन धर्म]] के चित्र बनते थे।
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| {जैन लद्यु चित्रों की विशेषता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-45,प्रश्न-34
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| |type="()"}
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| -प्रतिकृति चित्रण
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| -बौनी आकृतियां
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| -पशु-पक्षी चित्रण
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| +परली आंख का दिखाना
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| ||जैन लद्यु चित्रों में मानवाकृतियां सवा चश्म हैं और एक ही ढंग से बनी हुई हैं। इनकी नाक अनुपात में अधिक लबीं, नुकीली और परले गाल की सीमा रेखा से आगे निकली बनाई गई है। आंखें पास-पास और बड़ी बनाई गई हैं और उनकी रचना दो वक्रों के द्वारा की गई है।
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| {[[शांतिनिकेतन]] की स्थापना किसने की? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-85,प्रश्न-63
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| |type="()"}
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| -[[अवनीन्द्रनाथ टैगोर]]
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| -[[मदन मोहन मालवीय]]
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| +[[रबींद्रनाथ टैगोर]]
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| -[[गगनेन्द्रनाथ टैगोर]]
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| ||1862 ई. में [[देवेन्द्रनाथ टैगोर|महर्षि देवेन्द्रनाथ टैगोर]] ([[रबीन्द्रनाथ टैगोर]] के पिता) जन नाव द्वारा [[रायपुर]] की यात्रा कर रहे थे। तो उस पार धान के हरे-भरे खेत और लाल मिट्टी की भू-दृश्य देखी। उन्होंने वहां और पौधे लगाने तथा एक छोटा घर बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने अपने इस घर को [[शांतिनिकेतन]] नाम दिया। 1863 में यहां एक आश्रम की स्थापना की जो 'ब्रह्मो समाज' का प्रेरक बना। 1901 में रबीन्द्रनाथ ने शांतिनिकेतन में एक स्कूल की स्थापना 'ब्रह्मचारी आश्रम' के नाम से एक मॉडल स्कूल की स्थापना की जो प्राचीन गुरुकुल पद्धति की तरह था, बाद में इसे 'पठा भवर' के नाम से जाना गया।
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| {किस भारतीय कलाकार के चित्रों की प्रतिलिपियाँ अधिकांश घरों में पाई जाती थी? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-20
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| |type="()"}
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| -[[नंदलाल बोस]]
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| -क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार
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| -[[अमृता शेरगिल]]
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| +[[राजा रवि वर्मा]]
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| ||[[राजा रवि वर्मा]] के चित्रों की प्रतिलिपियाँ अधिकांश घरों में पाई जाती थीं।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[राजा रवि वर्मा]]
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| {'[[महात्मा बुद्ध]] का गृह-त्याग' [[अजंता]] की किस संख्यक गुफ़ा में चित्रित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-30,प्रश्न-11
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| |type="()"}
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| +16वीं
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| -14वीं
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| -17वीं
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| -1 (पहली)
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| ||'[[महात्मा बुद्ध]] का गृह-त्याग '[[अजंता की गुफा|अजंता की गुफ़ा]] सं. 16 में चित्रित है।
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| {'अप्सरा' नामक चित्र [[अजंता की गुफा|अजंता]] की किस गुफ़ा में है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-30,प्रश्न-12
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| |type="()"}
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| -गुफा नं.10
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| -गुफा नं.15
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| +गुफा नं.17
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| -गुफा नं.18
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| ||'अप्सरा' नामक चित्र [[अजंता की गुफा|अजंता की गुफ़ा]] संख्या 17 है।
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| {[[राजा रवि वर्मा]] ने [[भारत]] में सर्वप्रथम स्थापित किया- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-19 | | {[[राजा रवि वर्मा]] ने [[भारत]] में सर्वप्रथम स्थापित किया- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-92,प्रश्न-19 |