पटियाला: Difference between revisions

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1763 में इसकी स्थापना पटियाला रियासत की राजधानी के रूप में हुई थी। 1948 में इस रियासत का भारतीय संघ में विलय हो जाने के बाद यह पटियाला तथा पूर्वी पंजाब के राज्यों के संघ (पेप्सू) की राजधानी बना और 1966 में पंजाब राज्य में पेप्सू के विलय तक इसकी यही स्थिति बनी रही। आज़ादी के पहले और बाद में पटियाला राजनीतिक, प्रशासनिक और सांस्कृतिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण रहा है। पंजाब की सभी रियासतों में पटियाला सबसे महत्त्वपूर्ण था, वर्तमान ज़िला उसी क्षेत्र का एक हिस्सा है।
1763 में इसकी स्थापना पटियाला रियासत की राजधानी के रूप में हुई थी। 1948 में इस रियासत का भारतीय संघ में विलय हो जाने के बाद यह पटियाला तथा पूर्वी पंजाब के राज्यों के संघ (पेप्सू) की राजधानी बना और 1966 में पंजाब राज्य में पेप्सू के विलय तक इसकी यही स्थिति बनी रही। आज़ादी के पहले और बाद में पटियाला राजनीतिक, प्रशासनिक और सांस्कृतिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण रहा है। पंजाब की सभी रियासतों में पटियाला सबसे महत्त्वपूर्ण था, वर्तमान ज़िला उसी क्षेत्र का एक हिस्सा है।
==कृषि==
==कृषि==
पटियाला जिला दक्षिण-पूर्वी मालवा के मैदान का हिस्सा है। इसके क्षेत्रफल के लगभग 82 प्रतिशत हिस्से पर खेती होती है, अधिकांश हिस्सों में दो फ़सलें उगाई जाती है। और व्यावहारिक रूप से समूचा क्षेत्र नलकूपों द्वारा सिंचित है। कृषि परिदृश्य में गेहूं और चावल की प्रधानता है। मक्का, गन्ना और तिलहन अन्य फ़सलें हैं।
पटियाला ज़िला दक्षिण-पूर्वी मालवा के मैदान का हिस्सा है। इसके क्षेत्रफल के लगभग 82 प्रतिशत हिस्से पर खेती होती है, अधिकांश हिस्सों में दो फ़सलें उगाई जाती है। और व्यावहारिक रूप से समूचा क्षेत्र नलकूपों द्वारा सिंचित है। कृषि परिदृश्य में गेहूं और चावल की प्रधानता है। मक्का, गन्ना और तिलहन अन्य फ़सलें हैं।
==उद्योग==
==उद्योग==
राजपुरा इस ज़िले का महत्त्वपुर्ण औद्योगिक शहर है।
राजपुरा इस ज़िले का महत्त्वपुर्ण औद्योगिक शहर है।

Revision as of 12:15, 26 September 2010

पटियाला शहर और ज़िला, पश्चिमोत्तर भारत के दक्षिण-पूर्व पंजाब राज्य में है।

1763 में इसकी स्थापना पटियाला रियासत की राजधानी के रूप में हुई थी। 1948 में इस रियासत का भारतीय संघ में विलय हो जाने के बाद यह पटियाला तथा पूर्वी पंजाब के राज्यों के संघ (पेप्सू) की राजधानी बना और 1966 में पंजाब राज्य में पेप्सू के विलय तक इसकी यही स्थिति बनी रही। आज़ादी के पहले और बाद में पटियाला राजनीतिक, प्रशासनिक और सांस्कृतिक दृष्टि से काफ़ी महत्त्वपूर्ण रहा है। पंजाब की सभी रियासतों में पटियाला सबसे महत्त्वपूर्ण था, वर्तमान ज़िला उसी क्षेत्र का एक हिस्सा है।

कृषि

पटियाला ज़िला दक्षिण-पूर्वी मालवा के मैदान का हिस्सा है। इसके क्षेत्रफल के लगभग 82 प्रतिशत हिस्से पर खेती होती है, अधिकांश हिस्सों में दो फ़सलें उगाई जाती है। और व्यावहारिक रूप से समूचा क्षेत्र नलकूपों द्वारा सिंचित है। कृषि परिदृश्य में गेहूं और चावल की प्रधानता है। मक्का, गन्ना और तिलहन अन्य फ़सलें हैं।

उद्योग

राजपुरा इस ज़िले का महत्त्वपुर्ण औद्योगिक शहर है।

सिंचाई और उर्जा

  • पटियाला के पास से सरहिंद नहर की एक शाखा गुज़रती है।
  • 88 प्रतिशत घरों में बिजली का उपयोग होता है।

शिक्षा

पटियाला शहर में पंजाब विश्वविद्यालय ( 1962 में स्थापित ) और इससे संबध्द कई महाविद्यालय, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पोर्ट्स गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज ,गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज, गुरु अमरदास बिज़नेस स्कूल और थापर इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजी ( विश्वविद्यालय ) है, जो पटियाला को सामान्य और व्यावसायिक शिक्षा का महत्त्वपूर्ण केंद्र बनाते हैं।

जनसंख्या

2001 की जनगणना के अनुसार 82,551 की जनसंख्या वाला राजपुरा इस ज़िले का महत्त्वपुर्ण औद्योगिक शहर है। 2001 की जनगणना के अनुसार नगर की कुल जनसंख्या 3,02,870 और ज़िले की कुल जनसंख्या 18,39,056 है।

परिवहन

यह शहर प्रमुख रेलमार्ग पर स्थित है और सड़क द्वारा महत्त्वपूर्ण नगरों से संबध्द है। 98 प्रतिशत से अधिक गांव सड़क मार्ग से जुड़े हुये हैं

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