हबीब उर रहमान: Difference between revisions

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'''हबीब उर रहमान''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Habib Rahman'', जन्म- [[1915]]; मृत्यु- [[1995]]) प्रसिद्ध भारतीय वास्तुकार थे। वास्तुशिल्प के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु उन्हें [[भारत सरकार]] द्वारा सन [[1974]] में '[[पद्म भूषण]]' से सम्मानित किया गया था।<br />
'''हबीब उर रहमान''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Habib Ur Rahman'', जन्म- [[1915]]; मृत्यु- [[1995]]) प्रसिद्ध भारतीय वास्तुकार थे। वास्तुशिल्प के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु उन्हें [[भारत सरकार]] द्वारा सन [[1974]] में '[[पद्म भूषण]]' से सम्मानित किया गया था।<br />
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*हबीब रहमान ने [[1939]] में कलकत्ता (वर्तमान [[कोलकाता]]) में अपनी बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी।
*हबीब रहमान ने [[1939]] में कलकत्ता (वर्तमान [[कोलकाता]]) में अपनी बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी।

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thumb|250px|हबीब उर रहमान हबीब उर रहमान (अंग्रेज़ी: Habib Ur Rahman, जन्म- 1915; मृत्यु- 1995) प्रसिद्ध भारतीय वास्तुकार थे। वास्तुशिल्प के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु उन्हें भारत सरकार द्वारा सन 1974 में 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था।

  • हबीब रहमान ने 1939 में कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में अपनी बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी।
  • उन्होंने एमआईटी में अध्ययन किया और 1944 में अपना मास्टर्स इन आर्किटेक्चर प्राप्त किया। इस कार्यक्रम को पूरा करने वाले वह पहले भारतीय थे।
  • सन 1950 और 1960 के दशक के दौरान जवाहरलाल नेहरू सरकार ने हबीब उर रहमान को बतौर वास्तुकार आमंत्रित किया, जिसके उन्होंने भारत की स्वतंत्रता की भावना में निर्मित नए सार्वजनिक भवनों को विकसित किया।
  • हबीब उर रहमान ने 1949 में बैरकपुर में गांधी घाट, कोलकाता में नया सचिवालय, 1954 में डाक भवन और 1961 में रवीन्द्र भवन को डिजाइन किया।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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