कहावत लोकोक्ति मुहावरे: Difference between revisions

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"कहावत" - इस शब्द का अर्थ है - "समाज में प्रचलित कथन", जिसका हम रोजमर्रा की ज़िंदगी में उपयोग करते हैं। आम लोगों के लिये अत्यन्त महत्त्वपूर्ण तथ्यों को प्रकट करने वाले संक्षिप्त किन्तु महत्त्वपूर्ण कथनों को 'कहावत' कहा जाता है। कहावतें प्रायः सांकेतिक रूप में होती हैं। प्रायः एक भाषा की कहावतों को दूसरी भाषाओं में भी अपना लिया जाता है। [[भारत]] के विभिन्न प्रान्तों में अपने-अपने भाव, भाषा एवं वेशभूषा के अनुरूप लोक-कहावतें जन-जन के मुख पर आती रहती हैं। इन कहावतों में मानवीय जीवन की प्रत्येक हलचल का सही चित्रण हमें देखने को मिलता है। ऐसी ही कुछ कहावतें हैं जिनमें स्वास्थ्य, खेती सुधार, उपज वृद्धि के भाव कूट-कूट कर भरे पड़े हैं। ऐसी ही कुछ कहावतें, अर्थ के साथ आपके सामने है :
* "कहावत" - इस शब्द का अर्थ है - "समाज में प्रचलित कथन", जिसका हम रोजमर्रा की ज़िंदगी में उपयोग करते हैं। आम लोगों के लिये अत्यन्त महत्त्वपूर्ण तथ्यों को प्रकट करने वाले संक्षिप्त किन्तु महत्त्वपूर्ण कथनों को 'कहावत' कहा जाता है।
* कहावतें प्रायः सांकेतिक रूप में होती हैं। प्रायः एक [[भाषा]] की कहावतों को दूसरी भाषाओं में भी अपना लिया जाता है। [[भारत]] के विभिन्न प्रान्तों में अपने-अपने भाव, भाषा एवं वेशभूषा के अनुरूप लोक-कहावतें जन-जन के मुख पर आती रहती हैं।  
* इन कहावतों में मानवीय जीवन की प्रत्येक हलचल का सही चित्रण हमें देखने को मिलता है। ऐसी ही कुछ कहावतें हैं जिनमें स्वास्थ्य, खेती सुधार, उपज वृद्धि के भाव कूट-कूट कर भरे पड़े हैं। ऐसी ही कुछ कहावतें, अर्थ के साथ आपके सामने है :-


{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}
{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}

Revision as of 14:00, 31 August 2011

  • "कहावत" - इस शब्द का अर्थ है - "समाज में प्रचलित कथन", जिसका हम रोजमर्रा की ज़िंदगी में उपयोग करते हैं। आम लोगों के लिये अत्यन्त महत्त्वपूर्ण तथ्यों को प्रकट करने वाले संक्षिप्त किन्तु महत्त्वपूर्ण कथनों को 'कहावत' कहा जाता है।
  • कहावतें प्रायः सांकेतिक रूप में होती हैं। प्रायः एक भाषा की कहावतों को दूसरी भाषाओं में भी अपना लिया जाता है। भारत के विभिन्न प्रान्तों में अपने-अपने भाव, भाषा एवं वेशभूषा के अनुरूप लोक-कहावतें जन-जन के मुख पर आती रहती हैं।
  • इन कहावतों में मानवीय जीवन की प्रत्येक हलचल का सही चित्रण हमें देखने को मिलता है। ऐसी ही कुछ कहावतें हैं जिनमें स्वास्थ्य, खेती सुधार, उपज वृद्धि के भाव कूट-कूट कर भरे पड़े हैं। ऐसी ही कुछ कहावतें, अर्थ के साथ आपके सामने है :-

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