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{{सूचना बक्सा पर्यटन
हजारद्वारी पैलेस  [[पश्चिम बंगाल]] में [[मुर्शिदाबाद ज़िला|मुर्शिदाबाद ज़िले]] का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है। हजारद्वारी पैलेस संग्रहालय से 18वीं शताब्दी की [[चांदी]] की दुर्लभ वस्तुएँ हैं।
|चित्र=Jag-Niwas-Island-Udaipur.jpg
==निर्माण==
|चित्र का नाम=जग निवास द्वीप, उदयपुर
हजारद्वारी पैलेस का निर्माण वर्ष 1837 में जनरल डंकन मैक्लॉयड ने कराया था। डंकन मैकलियोड मीर जाफर के उत्तराधिकारी नवाब नजीम हूमांयू जाह के लिए यूरोपीयन शैली में किया था।
|विवरण=जग निवास [[द्वीप]] आँगन , [[कमल]] के तालाब और [[आम]] के पेड़ों की छाँव में बना स्विमिंग-पूल मौज-मस्ती करने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है।
 
|राज्य=[[राजस्थान]]
==मुख्य आर्कषण==
|केन्द्र शासित प्रदेश=
इस पैलेस में लगभग 1000 द्वार हैं, यह तीन मंजिला भवन है और लगभग 41 एकड़ में फैला हुआ है। यह महल बहुत खूबसूरत है। इसके मनोरम दृश्य देखना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है।  पुस्तकालय में घूमने के लिए पर्यटकों को पहले विशेष अनुमति लेनी पड़ती है।
|ज़िला=[[उदयपुर ज़िला|उदयपुर]]
==संग्रहालय==
|निर्माता=महाराणा जगत सिंह
पैलेस देखने के बाद पर्यटक यहां पर बने संग्रहालय में घूमने जा सकते हैं। इसमें शाही घरानों और नवाबों के जीवन से जुड़ी आकर्षक वस्तुंए देखी जा सकती हैं। जिनमें हथियार, सुन्दर पेंटिग्स, हाथी दांत से बनी वस्तुएं और शानदार कलाकृतियां प्रमुख हैं। इस संग्राहलय में पर्यटक 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं। इन हथियारों में नवाब अलीवर्दी खान, सिराजुद्दौला और उनके दादाजी की तलवारें प्रमुख हैं। यहां घूमने के बाद पर्यटक विन्टेज कारों का अदभूत संग्रह भी देख सकते हैं। इन कारों का प्रयोग शाही घराने के सदस्य किया करते थे। संग्राहलय और पैलेस देखने के बाद पर्यटक यहां पर बने पुस्तकालय में भी घूमने जा सकते हैं। संग्रहालय में ब्रितानी जमाने की दुर्लभ वस्तुएं रखी हैं।
|स्वामित्व=
|प्रबंधक=
|निर्माण काल=1620–1628 ई.
|स्थापना=मध्य 17वीं सदी
|भौगोलिक स्थिति=[http://maps.google.com/maps?q=24.5672,73.6781&ll=24.567343,73.678093&spn=0.008977,0.021136&t=m&z=16&vpsrc=6&iwloc=near  उत्तर- 24.5672° पूर्व- 73.6781°]
|मार्ग स्थिति=
|मौसम=
|तापमान=
|प्रसिद्धि=
|कब जाएँ=
|कैसे पहुँचें=हवाई जहाज़, रेल, बस
|हवाई अड्डा=महाराणा प्रताप हवाई अड्डा
|रेलवे स्टेशन=उदयपुर सिटी/UDZ रेलवे स्टेशन, उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन
|बस अड्डा=बस अड्डा उदयपुर
|यातायात=टैक्सी, रिक्शा आदि
|क्या देखें=
|कहाँ ठहरें=होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
|क्या खायें=
|क्या ख़रीदें=
|एस.टी.डी. कोड=0294
|ए.टी.एम=लगभग सभी
|सावधानी=
|मानचित्र लिंक=[http://maps.google.com/maps?q=Jag+Mandir,+Udaipur,+Rajasthan,+India&hl=en&ll=24.574446,73.673801&spn=0.034579,0.055189&sll=37.0625,-95.677068&sspn=32.059939,86.572266&vpsrc=6&hq=Jag+Mandir,+Udaipur,+Rajasthan,+India&t=m&z=14 गूगल मानचित्र]
|संबंधित लेख=[[पिछोला झील]], [[पुराना राजमहल उदयपुर|पुराना राजमहल]], [[सज्जन निवास उदयपुर|सज्जन निवास]], [[जग मंदिर उदयपुर|जग मंदिर]]
|शीर्षक 1=
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|अन्य जानकारी=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}

Revision as of 10:12, 4 November 2011

हजारद्वारी पैलेस पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद ज़िले का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है। हजारद्वारी पैलेस संग्रहालय से 18वीं शताब्दी की चांदी की दुर्लभ वस्तुएँ हैं।

निर्माण

हजारद्वारी पैलेस का निर्माण वर्ष 1837 में जनरल डंकन मैक्लॉयड ने कराया था। डंकन मैकलियोड मीर जाफर के उत्तराधिकारी नवाब नजीम हूमांयू जाह के लिए यूरोपीयन शैली में किया था।

मुख्य आर्कषण

इस पैलेस में लगभग 1000 द्वार हैं, यह तीन मंजिला भवन है और लगभग 41 एकड़ में फैला हुआ है। यह महल बहुत खूबसूरत है। इसके मनोरम दृश्य देखना पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। पुस्तकालय में घूमने के लिए पर्यटकों को पहले विशेष अनुमति लेनी पड़ती है।

संग्रहालय

पैलेस देखने के बाद पर्यटक यहां पर बने संग्रहालय में घूमने जा सकते हैं। इसमें शाही घरानों और नवाबों के जीवन से जुड़ी आकर्षक वस्तुंए देखी जा सकती हैं। जिनमें हथियार, सुन्दर पेंटिग्स, हाथी दांत से बनी वस्तुएं और शानदार कलाकृतियां प्रमुख हैं। इस संग्राहलय में पर्यटक 2700 से अधिक हथियारों को देख सकते हैं। इन हथियारों में नवाब अलीवर्दी खान, सिराजुद्दौला और उनके दादाजी की तलवारें प्रमुख हैं। यहां घूमने के बाद पर्यटक विन्टेज कारों का अदभूत संग्रह भी देख सकते हैं। इन कारों का प्रयोग शाही घराने के सदस्य किया करते थे। संग्राहलय और पैलेस देखने के बाद पर्यटक यहां पर बने पुस्तकालय में भी घूमने जा सकते हैं। संग्रहालय में ब्रितानी जमाने की दुर्लभ वस्तुएं रखी हैं।