कौऔं का वायरस -आदित्य चौधरी: Difference between revisions
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<div style=text-align:center; direction: ltr; margin-left: 1em;><font color=#003333 size=5>कौऔं का वायरस</font></div><br /> | |||
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एक बहुत ही सयाना कौआ अपने तीन बच्चों को दुनियादारी की ट्रेनिंग देते हुए गूढ़-ज्ञान की बातें बता रहा था। | एक बहुत ही सयाना कौआ अपने तीन बच्चों को दुनियादारी की ट्रेनिंग देते हुए गूढ़-ज्ञान की बातें बता रहा था। | ||
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"वो जो तुम दो पैरों पर चलता हुआ कौआ देख रहे हो। वो हमसे ज़्यादा चालाक कौआ है। कौए की इस नस्ल को 'आदमी' कहते हैं। अब जैसे ही ये पत्थर उठाने के लिए नीचे झुके तो तुमको फ़ौरन उड़ जाना चाहिए वरना गए जान से... समझ गये!" | "वो जो तुम दो पैरों पर चलता हुआ कौआ देख रहे हो। वो हमसे ज़्यादा चालाक कौआ है। कौए की इस नस्ल को 'आदमी' कहते हैं। अब जैसे ही ये पत्थर उठाने के लिए नीचे झुके तो तुमको फ़ौरन उड़ जाना चाहिए वरना गए जान से... समझ गये!" | ||
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"लेकिन डॅडी! अगर वो आदमी पहले ही से हाथ में पत्थर छुपाकर ला रहा हो और हमें पत्थर मार दे तो?" थ्री ईडियट्स में से एक बोला और यह कहकर उड़ गया। | "लेकिन डॅडी! अगर वो आदमी पहले ही से हाथ में पत्थर छुपाकर ला रहा हो और हमें पत्थर मार दे तो?" थ्री ईडियट्स में से एक बोला और यह कहकर उड़ गया। | ||
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इस सप्ताह इतना ही... अगले सप्ताह कुछ और... | इस सप्ताह इतना ही... अगले सप्ताह कुछ और... | ||
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-आदित्य चौधरी | |||
<small>प्रशासक एवं प्रधान सम्पादक</small> | |||
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Revision as of 14:24, 2 March 2012
कौऔं का वायरस
एक बहुत ही सयाना कौआ अपने तीन बच्चों को दुनियादारी की ट्रेनिंग देते हुए गूढ़-ज्ञान की बातें बता रहा था। -आदित्य चौधरी प्रशासक एवं प्रधान सम्पादक |