प्रवचन: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - ")</ref" to "</ref")
m (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�)
Line 6: Line 6:


{{प्रचार}}
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
|आधार=आधार1
|प्रारम्भिक=
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

Revision as of 07:28, 27 July 2012

  • प्रवचन का अर्थ मौखिक शिक्षा है।[1] धर्म में प्रवचन का बड़ा महत्त्व है।
  • गीता भवन ऋषिकेश में प्रवचन और कीर्तन मंदिर की नियमित क्रियाएँ हैं।
  • आचार्य अथवा गुरु के मुख से जो वचन निकलते हैं उन्हें प्रवचन कहते हैं।
  • उनका सीधा प्रभाव श्रोता पर पड़ता है।
  • अत: प्राय: सभी सम्प्रदायों में प्रवचन की प्रणाली प्रचलित है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. शत.ब्रा.11.5.7.1