छत्तीसगढ़ के उद्योग: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replace - "रोजगार" to "रोज़गार")
 
Line 14: Line 14:
*निजी क्षेत्र के 25,000 मेगावॉट से अधिक के संयंत्रों के अनुबंध-पत्र (एम.ओ.यू) विचाराधीन हैं।  
*निजी क्षेत्र के 25,000 मेगावॉट से अधिक के संयंत्रों के अनुबंध-पत्र (एम.ओ.यू) विचाराधीन हैं।  
*छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम लि., [[रायपुर]] ने राज्य में लगभग 3,500 हेक्टेयर औद्योगिक ज़मीन के विकास, रखरखाव और प्रबंधन का काम अपने हाथ में ले लिया है।  
*छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम लि., [[रायपुर]] ने राज्य में लगभग 3,500 हेक्टेयर औद्योगिक ज़मीन के विकास, रखरखाव और प्रबंधन का काम अपने हाथ में ले लिया है।  
*निगम द्वारा विकसित ज़मीन में 925 से अधिक उद्योग खुल गये हैं जिन पर 1,800 करोड़ रुपए से भी अधिक का निवेश है और इनमें 80,000 लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
*निगम द्वारा विकसित ज़मीन में 925 से अधिक उद्योग खुल गये हैं जिन पर 1,800 करोड़ रुपए से भी अधिक का निवेश है और इनमें 80,000 लोगों को रोज़गार मिला हुआ है।


{{लेख प्रगति
{{लेख प्रगति

Latest revision as of 13:56, 29 January 2013

छत्तीसगढ़ में वन, खनिज और भूजल जैसे प्राकृतिक संसाधनों का असीम भंडार है।

  • पिछले कुछ वर्षो से राज्य में उद्योगों का विस्तार हो रहा है।
  • छत्तीसगढ़ में देश का लगभग 15 प्रतिशत इस्पात तैयार होता है।
  • भिलाई इस्पात संयंत्र, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम, साउथ-ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड एन.टी.पी.सी. जैसे भारत सरकार और ए.सी.सी. गुजरात अंबुजा, ग्रासिम, एल एंड टी सी सी आई और फ्रांस के ला-फार्गे जैसे बड़े सीमेंट प्लांट तथा 53 इस्पात परियोजनाएं क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में है।
  • राज्य में लगभग 133 इस्पात ढालने के कारखाने, अनेक लघु इस्पात संयंत्र, 11 फैरो-एलॉय कारखाने, इंजीनियरिंग और फैब्रीकेशन इकाइयों सहित बड़े पैमाने पर कृषि आधारित और खाद्य प्रसंस्करण, रसायन, प्लास्टिक, भवन निर्माण सामग्री और वनोत्पाद पर आधारित कारखाने हैं।
  • अनुकूल औद्योगिक वातावरण के कारण छत्तीसगढ़ में विशाल औद्योगिक निवेश हो रहा है।
  • नए उद्योगों की स्थापना और विद्यमान औद्योगिकी इकाइयों के विस्तार के लिए 85,000 करोड़ रुपए के 80 आशय-पत्रों पर हस्ताक्षर हुए हैं।
  • राज्य में जनवरी-दिसंबर 2006 के बीच 1,07,899 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश होने के कारण छत्तीसगढ़ को भारत सरकार के उद्योग मंत्रालय की औद्योगिकी उद्यमशीलता ज्ञापन रिपोर्ट में प्रथम स्थान मिला।
  • भारत के केंद्र में स्थित छत्तीसगढ़ राज्य कारखानों को हर समय बिजली उपलब्ध कराने में सक्षम है।
  • राज्य में कोयले के विशाल भंडार (देश के 17 प्रतिशत) के कारण से राज्य के पास कम लागत पर बिजली उत्पादन के अवसर हैं और अन्य के पास 50,000 मेगावॉट की बिजली उत्पादन क्षमता है।
  • एन.टी.पी.सी बिलासपुर ज़िले में अपना सबसे बड़ा बिजली उत्पादन संयंत्र स्थापित कर रहा है।
  • एन.टी.पी.सी. ने सीपट में 2,640 मेगावॉट और कोरबा में 600 मेगावॉट के सुपर ताप बिजलीघर का निर्माण शुरू हो गया है।
  • कई अन्य राज्य भी यहाँ अपने संयंत्र लगाना चाहते हैं।
  • निजी क्षेत्र के 25,000 मेगावॉट से अधिक के संयंत्रों के अनुबंध-पत्र (एम.ओ.यू) विचाराधीन हैं।
  • छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम लि., रायपुर ने राज्य में लगभग 3,500 हेक्टेयर औद्योगिक ज़मीन के विकास, रखरखाव और प्रबंधन का काम अपने हाथ में ले लिया है।
  • निगम द्वारा विकसित ज़मीन में 925 से अधिक उद्योग खुल गये हैं जिन पर 1,800 करोड़ रुपए से भी अधिक का निवेश है और इनमें 80,000 लोगों को रोज़गार मिला हुआ है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख