मिस्र: Difference between revisions

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मिस्र या ईजिप्ट (Egypt) उत्तर अफ्रीका में स्थित एक देश हैं। मिस्र एशिया से सिनाई प्रायद्वीप के द्वारा जुड़ा हुआ हैं। मिस्र उत्तर मे भूमध्य सागर, उत्तर पूर्व में गाजा पट्टी और इस्राइल, पूर्व में लाल सागर, पश्चिम में लीबिया एवं दक्षिण में सूडान से घिरा हुआ है। यह लगभग 1,०1०,००० वर्ग किलो मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हैं।
मिस्र या ईजिप्ट (Egypt) उत्तर अफ्रीका में स्थित एक देश हैं। मिस्र एशिया से सिनाई प्रायद्वीप के द्वारा जुड़ा हुआ हैं। मिस्र उत्तर मे भूमध्य सागर, उत्तर पूर्व में गाजा पट्टी और इस्राइल, पूर्व में लाल सागर, पश्चिम में लीबिया एवं दक्षिण में सूडान से घिरा हुआ है। यह लगभग 1,010,000 वर्ग किलो मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हैं।


मिस्र की सभ्यता बहुत प्राचीन है। यहाँ के शासक को फारो नाम से जाना जाता था। ईसाई और इस्लाम काल के पूर्व काल मे इस पदवी का प्रयोग होता था। इसे फारोह भी लिखते हैं। फारो को मिस्र के देवता होरस का पुनर्जन्म माना जाता था। होरस द्यौ (आकाश) का देवता था और इसे सूर्य भी माना जाता था।
मिस्र की सभ्यता बहुत प्राचीन है। यहाँ के शासक को फारो नाम से जाना जाता था। ईसाई और इस्लाम काल के पूर्व काल मे इस पदवी का प्रयोग होता था। इसे फारोह भी लिखते हैं। फारो को मिस्र के देवता होरस का पुनर्जन्म माना जाता था। होरस द्यौ (आकाश) का देवता था और इसे सूर्य भी माना जाता था।
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मिस्र या ईजिप्ट (Egypt) उत्तर अफ्रीका में स्थित एक देश हैं। मिस्र एशिया से सिनाई प्रायद्वीप के द्वारा जुड़ा हुआ हैं। मिस्र उत्तर मे भूमध्य सागर, उत्तर पूर्व में गाजा पट्टी और इस्राइल, पूर्व में लाल सागर, पश्चिम में लीबिया एवं दक्षिण में सूडान से घिरा हुआ है। यह लगभग 1,010,000 वर्ग किलो मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ हैं।

मिस्र की सभ्यता बहुत प्राचीन है। यहाँ के शासक को फारो नाम से जाना जाता था। ईसाई और इस्लाम काल के पूर्व काल मे इस पदवी का प्रयोग होता था। इसे फारोह भी लिखते हैं। फारो को मिस्र के देवता होरस का पुनर्जन्म माना जाता था। होरस द्यौ (आकाश) का देवता था और इसे सूर्य भी माना जाता था।