पहेली 27 सितम्बर 2013: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) m ("पहेली 27 सितम्बर 2013" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (अनिश्चित्त अवधि) [move=sysop] (अनिश्चित्त अवधि))) |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 3: | Line 3: | ||
| [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]] | | [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]] | ||
<quiz display=simple> | <quiz display=simple> | ||
{ | { [[न्यूटन के नियम|न्यूटन]] का गति विषयक क्रिया–प्रतिक्रिया का नियम कौनसा है।' | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- [[न्यूटन के नियम#प्रथम नियम|पहला नियम]] | - [[न्यूटन के नियम#प्रथम नियम|पहला नियम]] | ||
- [[न्यूटन के नियम#द्वितीय नियम|दूसरा नियम]] | - [[न्यूटन के नियम#द्वितीय नियम|दूसरा नियम]] | ||
+ [[न्यूटन के नियम#तृतीय नियम|तीसरा नियम]] | + [[न्यूटन के नियम#तृतीय नियम|तीसरा नियम]] | ||
- उपर्युक्त में से कोई नहीं | - उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
|| गति विषयक तृतीय नियम को क्रिया–प्रतिक्रिया का नियम भी कहते हैं। "जब कोई पिण्ड दूसरे पिण्ड पर बल लगाता है तो ऐसी स्थिति में दूसरा पिण्ड भी पहले पिण्ड पर उतना ही बल विपरीत दिशा में लगाता है। अर्थात् प्रत्येक क्रिया की उसके बराबर तथा विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है। इसे न्यूटन के गति का तृतीय नियम कहते हैं।" उदाहरण- माना कि दो पिण्ड A व B हैं, जो एक–दूसरे पर बल आरोपित कर रहे हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[न्यूटन के नियम#तृतीय नियम|तीसरा नियम]] | || गति विषयक तृतीय नियम को क्रिया–प्रतिक्रिया का नियम भी कहते हैं। "जब कोई पिण्ड दूसरे पिण्ड पर बल लगाता है तो ऐसी स्थिति में दूसरा पिण्ड भी पहले पिण्ड पर उतना ही बल विपरीत दिशा में लगाता है। अर्थात् प्रत्येक क्रिया की उसके बराबर तथा विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है। इसे न्यूटन के गति का तृतीय नियम कहते हैं।" उदाहरण- माना कि दो पिण्ड A व B हैं, जो एक–दूसरे पर बल आरोपित कर रहे हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[न्यूटन के नियम#तृतीय नियम|तीसरा नियम]] |