क्रिकेट का इतिहास: Difference between revisions
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भारत ने टेस्ट क्रिकेट में पहला क़दम सन् 1932 में रखा था। इस वर्ष इंग्लैंड के विरुद्ध लार्डस में भारत ने पहला टेस्ट खेला था। इस टेस्ट में भारतीय टीम के कप्तान सी0 के0 नायडु थे। एक टेस्ट की श्रृंखला में भारत यह टेस्ट 158 रन से हारा। इंग्लैंड की प्रथम पारी में 259 रन तथा द्वितीय पारी में 8 विकेट पर 275 रन थे। भारत की प्रथम तथा दूसरी पारी में क्रमशः 189 वे 187 रन थे। प्रथम पारी में कप्तान सी0 के0 नायडु के 40 रन सर्वोच्च स्कोर था तथा द्वितीय पारी में तेज़ गेंदबाज़ अमर सिंह के 51 रन सर्वोच्च स्कोर था। [[अमर सिंह]] भारत के पहले खिलाड़ी थे, जिन्होंने पहला अर्ध–शतक लगाया था। इंग्लैंड के विरुद्ध भारत का पहला टेस्ट शतक लाला अमरनाथ ने 1933-34 की श्रृंखला में बम्बई टेस्ट में लगाया। यह लाला अमरनाथ का पहला टेस्ट शतक था और भारतीय भूमि पर यह पहला टेस्ट मैच था। भारत ने इंग्लैंड के विरुद्ध पहली टेस्ट विजय 1951-52 की श्रृंखला में विजय हरारे के नेतृत्व में मद्रास टेस्ट में एक पारी तथा 4 रन से पाई। यह भारत की पहली पारी विजय थी। भारत ने अपनी एक मात्र पारी में 9 विकेट पर 457 रन बनाए, जिसमें पंकज राय ने 111 रन व पाली उमरीगर के अविजित 130 रन थे। वह अब तक का भारत का सर्वोच्च स्कोर था तथा पाली उमरीगर का पहला टेस्ट शतक। 1961-62 में श्रृंखला में भारत ने इंग्लैण्ड को एक भी टेस्ट नहीं जीतने दिया। नारी कांट्रेक्टर के नेतृत्व में भारत ने 2 मैच जीते तथा तीन मैच बराबर छूटे। भारत ने इंग्लैंड की भूमि पर पहली टेस्ट विजय 1971 की श्रृखला ओबल टेस्ट में इंग्लैंड को 4 विकेट से हरा कर पाई। इंग्लैंड ने पहली पारी में 355 रन तथा दूसरी पारी में 101 रन बनाए। भारत ने अपनी दोनों पारियों में क्रमशः 284 रन तथा 6 विकेट पर 174 रन बनाए। इस श्रृंखला का नेतृत्व अजीत वाडेकर ने किया। 3 टेस्टों की यह श्रृंखला भारत ने 1–0 से जीती। सन् 1932 से लेकर 1974 तक भारत ने इंग्लैंड के विरुद्ध 13 टेस्ट श्रृंखलाएँ खेलीं। 1974 की 13वीं श्रृंखला भारत के लिए दुर्भाग्यशाली रही। 1971 में विश्व क्रिकेट में छा जाने वाला भारत 1974 में इंग्लैंड से 3–0 से हारा। अब तक भारत इंग्लैंड के विरुद्ध 53 टेस्ट मैच खेल चुका है, जिसमें 7 मैच भारत ने जीते 25 हारे व 21 बराबर रहे। | भारत ने टेस्ट क्रिकेट में पहला क़दम सन् 1932 में रखा था। इस वर्ष इंग्लैंड के विरुद्ध लार्डस में भारत ने पहला टेस्ट खेला था। इस टेस्ट में भारतीय टीम के कप्तान सी0 के0 नायडु थे। एक टेस्ट की श्रृंखला में भारत यह टेस्ट 158 रन से हारा। इंग्लैंड की प्रथम पारी में 259 रन तथा द्वितीय पारी में 8 विकेट पर 275 रन थे। भारत की प्रथम तथा दूसरी पारी में क्रमशः 189 वे 187 रन थे। प्रथम पारी में कप्तान सी0 के0 नायडु के 40 रन सर्वोच्च स्कोर था तथा द्वितीय पारी में तेज़ गेंदबाज़ अमर सिंह के 51 रन सर्वोच्च स्कोर था। [[अमर सिंह]] भारत के पहले खिलाड़ी थे, जिन्होंने पहला अर्ध–शतक लगाया था। इंग्लैंड के विरुद्ध भारत का पहला टेस्ट शतक लाला अमरनाथ ने 1933-34 की श्रृंखला में बम्बई टेस्ट में लगाया। यह लाला अमरनाथ का पहला टेस्ट शतक था और भारतीय भूमि पर यह पहला टेस्ट मैच था। भारत ने इंग्लैंड के विरुद्ध पहली टेस्ट विजय 1951-52 की श्रृंखला में विजय हरारे के नेतृत्व में मद्रास टेस्ट में एक पारी तथा 4 रन से पाई। यह भारत की पहली पारी विजय थी। भारत ने अपनी एक मात्र पारी में 9 विकेट पर 457 रन बनाए, जिसमें पंकज राय ने 111 रन व पाली उमरीगर के अविजित 130 रन थे। वह अब तक का भारत का सर्वोच्च स्कोर था तथा पाली उमरीगर का पहला टेस्ट शतक। 1961-62 में श्रृंखला में भारत ने इंग्लैण्ड को एक भी टेस्ट नहीं जीतने दिया। नारी कांट्रेक्टर के नेतृत्व में भारत ने 2 मैच जीते तथा तीन मैच बराबर छूटे। भारत ने इंग्लैंड की भूमि पर पहली टेस्ट विजय 1971 की श्रृखला ओबल टेस्ट में इंग्लैंड को 4 विकेट से हरा कर पाई। इंग्लैंड ने पहली पारी में 355 रन तथा दूसरी पारी में 101 रन बनाए। भारत ने अपनी दोनों पारियों में क्रमशः 284 रन तथा 6 विकेट पर 174 रन बनाए। इस श्रृंखला का नेतृत्व अजीत वाडेकर ने किया। 3 टेस्टों की यह श्रृंखला भारत ने 1–0 से जीती। सन् 1932 से लेकर 1974 तक भारत ने इंग्लैंड के विरुद्ध 13 टेस्ट श्रृंखलाएँ खेलीं। 1974 की 13वीं श्रृंखला भारत के लिए दुर्भाग्यशाली रही। 1971 में विश्व क्रिकेट में छा जाने वाला भारत 1974 में इंग्लैंड से 3–0 से हारा। अब तक भारत इंग्लैंड के विरुद्ध 53 टेस्ट मैच खेल चुका है, जिसमें 7 मैच भारत ने जीते 25 हारे व 21 बराबर रहे। | ||
==टेस्ट मैच का इतिहास – एक नज़र में== | ==टेस्ट मैच का इतिहास – एक नज़र में== | ||
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पहली टेस्ट श्रृंखला – 1932 में इंग्लैंड के विरुद्ध इंग्लैंड में हुए टेस्ट मेच के कुछ महत्वपूर्ण आँकड़े:- | पहली टेस्ट श्रृंखला – 1932 में इंग्लैंड के विरुद्ध इंग्लैंड में हुए टेस्ट मेच के कुछ महत्वपूर्ण आँकड़े:- | ||
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* 304 रन – डान ब्रैडमेन (आस्ट्र्रेलिया) ने 1934 में लीड्स में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए। | * 304 रन – डान ब्रैडमेन (आस्ट्र्रेलिया) ने 1934 में लीड्स में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए। | ||
* 302 रन – लारेंस रोव (वेस्टइंडीज़) ने 1973-74 में ब्रिजटाउन में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए। | * 302 रन – लारेंस रोव (वेस्टइंडीज़) ने 1973-74 में ब्रिजटाउन में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए। | ||
==पहले–पहल की बातें== | ==पहले–पहल की बातें== | ||
* पहला टेस्ट मैच — 15 मार्च, 1877 को। (आस्ट्रेलिया) | * पहला टेस्ट मैच — 15 मार्च, 1877 को। (आस्ट्रेलिया) |
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क्रिकेट के खेल का इतिहास 16वीं शताब्दी से आज तक अत्यन्त विस्तृत रूप में विद्यमान है। पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच 1844 के बाद खेला गया, यद्यपि आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट 1877 से प्रारम्भ हुए। इस समय से यह खेल मूल रूप से इंग्लैंड में विकसित हुआ जो कि अब पेशेवर रूप में अधिकांश राष्ट्र मंडल देशों में खेला जाता है। क्रिकेट दुनिया भर में खेला जाता है। विशेषकर इंग्लैंड, दक्षिण एशिया, दक्षिण अफ्रीका और अन्य राष्ट्रमंडल देशों में, मैच अनौपचारिक, सप्ताहांत की दोपहरी में गांवों के हरे मैदानों में खेले जाने वाले मुकाबलों से लेकर प्रमुख व्यावसायिक खिलाड़ियों के बीच विशाल स्टेडियमों में खेले जाने वाले पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों तक होते हैं।
पहला टेस्ट मैच
भारत ने टेस्ट क्रिकेट में पहला क़दम सन् 1932 में रखा था। इस वर्ष इंग्लैंड के विरुद्ध लार्डस में भारत ने पहला टेस्ट खेला था। इस टेस्ट में भारतीय टीम के कप्तान सी0 के0 नायडु थे। एक टेस्ट की श्रृंखला में भारत यह टेस्ट 158 रन से हारा। इंग्लैंड की प्रथम पारी में 259 रन तथा द्वितीय पारी में 8 विकेट पर 275 रन थे। भारत की प्रथम तथा दूसरी पारी में क्रमशः 189 वे 187 रन थे। प्रथम पारी में कप्तान सी0 के0 नायडु के 40 रन सर्वोच्च स्कोर था तथा द्वितीय पारी में तेज़ गेंदबाज़ अमर सिंह के 51 रन सर्वोच्च स्कोर था। अमर सिंह भारत के पहले खिलाड़ी थे, जिन्होंने पहला अर्ध–शतक लगाया था। इंग्लैंड के विरुद्ध भारत का पहला टेस्ट शतक लाला अमरनाथ ने 1933-34 की श्रृंखला में बम्बई टेस्ट में लगाया। यह लाला अमरनाथ का पहला टेस्ट शतक था और भारतीय भूमि पर यह पहला टेस्ट मैच था। भारत ने इंग्लैंड के विरुद्ध पहली टेस्ट विजय 1951-52 की श्रृंखला में विजय हरारे के नेतृत्व में मद्रास टेस्ट में एक पारी तथा 4 रन से पाई। यह भारत की पहली पारी विजय थी। भारत ने अपनी एक मात्र पारी में 9 विकेट पर 457 रन बनाए, जिसमें पंकज राय ने 111 रन व पाली उमरीगर के अविजित 130 रन थे। वह अब तक का भारत का सर्वोच्च स्कोर था तथा पाली उमरीगर का पहला टेस्ट शतक। 1961-62 में श्रृंखला में भारत ने इंग्लैण्ड को एक भी टेस्ट नहीं जीतने दिया। नारी कांट्रेक्टर के नेतृत्व में भारत ने 2 मैच जीते तथा तीन मैच बराबर छूटे। भारत ने इंग्लैंड की भूमि पर पहली टेस्ट विजय 1971 की श्रृखला ओबल टेस्ट में इंग्लैंड को 4 विकेट से हरा कर पाई। इंग्लैंड ने पहली पारी में 355 रन तथा दूसरी पारी में 101 रन बनाए। भारत ने अपनी दोनों पारियों में क्रमशः 284 रन तथा 6 विकेट पर 174 रन बनाए। इस श्रृंखला का नेतृत्व अजीत वाडेकर ने किया। 3 टेस्टों की यह श्रृंखला भारत ने 1–0 से जीती। सन् 1932 से लेकर 1974 तक भारत ने इंग्लैंड के विरुद्ध 13 टेस्ट श्रृंखलाएँ खेलीं। 1974 की 13वीं श्रृंखला भारत के लिए दुर्भाग्यशाली रही। 1971 में विश्व क्रिकेट में छा जाने वाला भारत 1974 में इंग्लैंड से 3–0 से हारा। अब तक भारत इंग्लैंड के विरुद्ध 53 टेस्ट मैच खेल चुका है, जिसमें 7 मैच भारत ने जीते 25 हारे व 21 बराबर रहे।
टेस्ट मैच का इतिहास – एक नज़र में
वर्ष | जिसके विरुद्ध टेस्ट खेला गया | देश में या विदेश में | खेले गए टेस्ट | जीते | बराबर | हारे |
---|---|---|---|---|---|---|
1932 | इंग्लैंड | विदेश में | 1 | 0 | 0 | 1 |
1933-34 | इंग्लैंड | देश में | 3 | 0 | 1 | 2 |
1936 | इंग्लैंड | विदेश में | 3 | 0 | 1 | 2 |
1946 | इंग्लैंड | विदेश में | 3 | 0 | 2 | 1 |
1947-48 | आस्ट्रेलिया | विदेश में | 5 | 0 | 1 | 4 |
1948-49 | वेस्टइंडीज़ | देश में | 5 | 0 | 4 | 1 |
1951-52 | इंग्लैंड | देश में | 5 | 1 | 3 | 1 |
1952 | इंग्लैंड | विदेश में | 4 | 0 | 1 | 3 |
1952-53 | पाकिस्तान | देश में | 5 | 2 | 2 | 1 |
1953 | वेस्टइंडीज़ | विदेश में | 5 | 0 | 4 | 1 |
1954-55 | पाकिस्तान | विदेश में | 5 | 0 | 5 | 0 |
1955-56 | न्यूज़ीलैण्ड | देश में | 5 | 2 | 3 | 0 |
1956 | आस्ट्रलिया | देश में | 3 | 0 | 1 | 2 |
1958-59 | वेस्टइंडीज़ | देश में | 5 | 0 | 2 | 3 |
1959 | इंग्लैंड | विदेश में | 5 | 0 | 0 | 5 |
1959-60 | आस्ट्रेलिया | देश में | 5 | 1 | 2 | 2 |
1960-61 | पाकिस्तान | देश में | 5 | 0 | 5 | 0 |
1961-62 | इंग्लैंड | देश में | 5 | 2 | 3 | 0 |
1962 | वेस्टइंडीज़ | विदेश में | 5 | 0 | 0 | 5 |
1963-64 | इंग्लैंड | देश में | 5 | 0 | 5 | 0 |
1964 | आस्ट्रेलिया | देश में | 3 | 1 | 1 | 1 |
1965 | न्यूज़ीलैण्ड | देश में | 4 | 1 | 3 | 0 |
1966-67 | वेस्टइंडीज़ | देश में | 3 | 0 | 1 | 2 |
1967 | इंग्लैंड | विदेश में | 3 | 0 | 0 | 3 |
1967-68 | आस्टेलिया | विदेश में | 4 | 0 | 0 | 4 |
1968 | न्यूज़ीलैण्ड | विदेश में | 4 | 3 | 0 | 1 |
1969 | न्यूज़ीलैण्ड | देश में | 3 | 1 | 1 | 1 |
1969 | आस्ट्रेलिया | देश में | 5 | 1 | 1 | 3 |
1971 | वेस्टइंडीज़ | विदेश में | 5 | 1 | 4 | 0 |
1971 | इंग्लैंड | विदेश में | 3 | 1 | 2 | 0 |
1972 | इंग्लैंड | देश में | 5 | 2 | 2 | 1 |
1974 | इंग्लैंड | विदेश में | 3 | 0 | 0 | 3 |
1977 | आस्ट्रेलिया | विदेश में | 5 | 2 | 0 | 3 |
1978 | पाकिस्तान | विदेश में | 3 | 0 | 1 | 2 |
1978-79 | वेस्टइंडीज़ | देश में | 6 | 1 | 5 | 0 |
भारत में टेस्ट मेच
पहली टेस्ट श्रृंखला – 1932 में इंग्लैंड के विरुद्ध इंग्लैंड में हुए टेस्ट मेच के कुछ महत्वपूर्ण आँकड़े:-
देश | श्रृंखलाएँ | टेस्ट | जीते | हारे | बराबर |
---|---|---|---|---|---|
इंग्लैंड के विरुद्ध | 13 | 53 | 7 | 25 | 21 |
आस्ट्रेलिया के विरुद्ध | 7 | 30 | 5 | 19 | 6 |
वेस्टइंडीज के विरुद्ध | 8 | 37 | 4 | 17 | 16 |
न्यूज़ीलैण्ड के विरुद्ध | 6 | 22 | 10 | 3 | 9 |
पाकिस्तान के विरुद्ध | 4 | 18 | 2 | 3 | 13 |
300 से अधिक रन
टेस्ट मैचों में त्रिशतक बनाने वाले बल्लेबाज़:-
- 365 रन – गैरी सोबर्स (वेस्टइंडीज) ने 1957-58 में किंग्स्टन में पाकिस्तान के विरुद्ध खेलते हुए।
- 364 रन – एल0 हटन (इंग्लैंड) ने 1938 में ओवल (लन्दन) में आस्टेलिया के विरुद्ध खेलते हुए।
- 337 रन – हनीफ़ मोहम्मद (पाकिस्तान) ने 1957-58 में ब्रिजटाउन में वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध खेलते हुए।
- 336 रन – डब्ल्यु0 आर0 हैमण्ड (इंग्लैंड) ने 1932-33 में ओक्लैण्ड में न्यूलैंण्ड के विरुद्ध खेलते हुए।
- 334 रन – डान ब्रैडमेन (आस्टेलिया) ने 1930 में लीड्स में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए।
- 325 रन – ए0 सन्धाम (इंग्लैंड) ने 1929-30 में किंग्स्टन में वेस्टइंडीज़ के विरुद्ध खेलते हुए।
- 311 रन – आर0 बी0 सिम्पसन (आस्टेलिया) ने 1964 में मानचेस्टर में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए।
- 310 रन – जे0 एच0 एडरिच (इंग्लैंड) ने 1965 में लीड्स में न्यूज़ीलैण्ड के विरुद्ध खेलते हुए।
- 307 रन – आर0 एम0 काउपर (आस्ट्रेलिया) ने 1965-66 में मेलबोर्न में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए।
- 304 रन – डान ब्रैडमेन (आस्ट्र्रेलिया) ने 1934 में लीड्स में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए।
- 302 रन – लारेंस रोव (वेस्टइंडीज़) ने 1973-74 में ब्रिजटाउन में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए।
पहले–पहल की बातें
- पहला टेस्ट मैच — 15 मार्च, 1877 को। (आस्ट्रेलिया)
- पहला टेस्ट — मेलबोर्न (आस्ट्रेलिया में)।
- पहला रन — चार्ल्स बैनरमैन (आस्ट्रेलिया)।
- पहला विकेट — हिल (इंग्लैंड)।
- पहला विकेट किसका — टाम्सन (आस्ट्रेलिया)।
- पहली जीत — 45 रन (आस्ट्रेलिया)।
- पहला ओवर — अल्फ़्रेडशा (इंग्लैंड)।
- पहला टेस्ट शतक — बैनरमैन (165 रन) (आस्ट्रेलिया)।
- पहला दोहरा टेस्ट शतक — मुर्डोच (211 रन) (आस्ट्रेलिया — 1877)।
- 99 पर आउट पहला खिलाड़ी — क्लेम हिल (आस्ट्रेलिया — 1901-2)।
- सबसे कम रनों से — पहली विजय (आस्ट्रेलिया के विरुद्ध इंग्लैण्ड)।
- सबसे अधिक रनों से — पहली जीत (इंग्लैंड के विरुद्ध आस्ट्रेलिया) (675 रन) (1928-29)।
- पहला खिलाड़ी शुरू से अन्त तक — मुर्डोच (153 रन) (1880) (आस्ट्रेलिया के विरुद्ध इंग्लैण्ड)।
- एक वर्ष में 1000 रन बनाने वाला पहला खिलाड़ी — क्लेम हिल (आस्ट्रेलिया) (1060 रन)।
- पाँच टेस्टों में हारने व जीतने वाला पहला देश — जीत (आस्ट्रेलिया, 1920-21), हार (इंग्लैण्ड)।
- पहला शतक प्रतिद्वन्द्वी कप्तानों द्वारा — (1913-14) जे0 डगलस (109) और एच0 टेलर (119) (दक्षिण अफ़्रीका के विरुद्ध इंग्लैण्ड)।
- पहला टेस्ट कब से किस देश में — 1- आस्ट्रेलिया, 1877 2- इंग्लैण्ड, 1880, 3-वेस्टइंडीज़, 1900, 4- भारत, 1932 5- न्यज़ीलैण्ड, 1929-30, 6- पाकिस्तान, 1952 ।