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चेन्नई शहर (भूतपूर्व मद्रास), [[तमिलनाडु]] राज्य की राजधानी, दक्षिणी भारत, [[बंगाल की खाड़ी]] के कोरोमण्डल तट पर स्थित है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भारत के चार महानगरों में से एक है। समुद्र किनारे बसे इस शहर में बंदरगाह भी है और इसे पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। मद्रास मछुआरे के गाँव मद्रासपटनम का छोटा रूप था। जहाँ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1639-40 में एक क़िले और व्यापारिक चौकी का निर्माण किया था। उस समय सूती कपड़े की बुनाई एक स्थानीय उद्योग था और अंग्रेज़ों ने बुनकरों तथा स्थानीय व्यापारियों को क़िले के आसपास बसने के लिए बुलाया। 1652 तक फ़ोर्ट सेंट जार्ज फ़ैक्ट्री को प्रेज़िडेंसी<ref>अध्यक्ष द्वारा शासित एक प्रशासकीय इकाई</ref> की प्रतिष्ठा मिल गई और 1668 और 1749 के बीच कम्पनी ने अपने नियंत्रण का विस्तार किया। 1801 के लगभग अन्तिम स्थानीय शासक से उसकी शक्तियाँ छीन ली गईं और अंग्रेज़ दक्षिण भारत के स्वामी बन गए। तब मद्रास उनकी प्रशासकीय तथा व्यापारिक राजधानी बन गया। | चेन्नई शहर (भूतपूर्व मद्रास), [[तमिलनाडु]] राज्य की राजधानी, दक्षिणी भारत, [[बंगाल की खाड़ी]] के कोरोमण्डल तट पर स्थित है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भारत के चार महानगरों में से एक है। समुद्र किनारे बसे इस शहर में बंदरगाह भी है और इसे पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। मद्रास मछुआरे के गाँव मद्रासपटनम का छोटा रूप था। जहाँ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1639-40 में एक क़िले और व्यापारिक चौकी का निर्माण किया था। उस समय सूती कपड़े की बुनाई एक स्थानीय उद्योग था और अंग्रेज़ों ने बुनकरों तथा स्थानीय व्यापारियों को क़िले के आसपास बसने के लिए बुलाया। 1652 तक फ़ोर्ट सेंट जार्ज फ़ैक्ट्री को प्रेज़िडेंसी<ref>अध्यक्ष द्वारा शासित एक प्रशासकीय इकाई</ref> की प्रतिष्ठा मिल गई और 1668 और 1749 के बीच कम्पनी ने अपने नियंत्रण का विस्तार किया। 1801 के लगभग अन्तिम स्थानीय शासक से उसकी शक्तियाँ छीन ली गईं और अंग्रेज़ दक्षिण भारत के स्वामी बन गए। तब मद्रास उनकी प्रशासकीय तथा व्यापारिक राजधानी बन गया। | ||
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मद्रास शासकीय संग्रहालय में इतिहास और तमिलनाडु के भौतिक पक्षों का प्रदर्शन किया गया है। फ़ोर्ट म्यूज़ियम में ईस्ट इंडिया कम्पनी की पुरानी वस्तुओं का लघु संग्रह है तथा नेशनल आर्ट गैलरी में चित्रों का संग्रह है। | मद्रास शासकीय संग्रहालय में इतिहास और तमिलनाडु के भौतिक पक्षों का प्रदर्शन किया गया है। फ़ोर्ट म्यूज़ियम में ईस्ट इंडिया कम्पनी की पुरानी वस्तुओं का लघु संग्रह है तथा नेशनल आर्ट गैलरी में चित्रों का संग्रह है। | ||
==जनसंख्या== | ==जनसंख्या== |
Revision as of 12:48, 3 August 2010
चेन्नई | चेन्नई पर्यटन | चेन्नई ज़िला |
[[चित्र:Art-Gallery-Chennai.jpg|thumb|250px|नेशनल आर्ट गैलरी, चेन्नई
National Art Gallery, Chennai]]
चेन्नई शहर (भूतपूर्व मद्रास), तमिलनाडु राज्य की राजधानी, दक्षिणी भारत, बंगाल की खाड़ी के कोरोमण्डल तट पर स्थित है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भारत के चार महानगरों में से एक है। समुद्र किनारे बसे इस शहर में बंदरगाह भी है और इसे पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। मद्रास मछुआरे के गाँव मद्रासपटनम का छोटा रूप था। जहाँ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1639-40 में एक क़िले और व्यापारिक चौकी का निर्माण किया था। उस समय सूती कपड़े की बुनाई एक स्थानीय उद्योग था और अंग्रेज़ों ने बुनकरों तथा स्थानीय व्यापारियों को क़िले के आसपास बसने के लिए बुलाया। 1652 तक फ़ोर्ट सेंट जार्ज फ़ैक्ट्री को प्रेज़िडेंसी[1] की प्रतिष्ठा मिल गई और 1668 और 1749 के बीच कम्पनी ने अपने नियंत्रण का विस्तार किया। 1801 के लगभग अन्तिम स्थानीय शासक से उसकी शक्तियाँ छीन ली गईं और अंग्रेज़ दक्षिण भारत के स्वामी बन गए। तब मद्रास उनकी प्रशासकीय तथा व्यापारिक राजधानी बन गया।
चेन्नई का मरीना बीच विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बीच है। यह शहर शिष्टाचार, सौम्यता और सभ्यता का प्रतीक है। अनेक मंदिर, क़िले, चर्च, पार्क, बीच, मस्जिद इस शहर की खूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। इसे दक्षिण का गेटवे कहा जाता है। यह शहर दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री का हब भी है। चेन्नई ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित प्रथम बंदोबस्त का शहर था।
इतिहास
मद्रास का विकास बिना किसी योजना के 17वीं शताब्दी के भारतीय आवासों और क़िले के चारों ओर हुआ। इसके उत्तर तथा पश्चिमोत्तर में औद्योगिक क्षेत्र हैं। मुख्य आवासीय क्षेत्र पश्चिम तथा दक्षिण में और पुराने गाँव मध्य भाग में हैं। द्रविड़ शैली में बने सात बड़े मन्दिर शहर के सबसे विशिष्ट भवन हैं। जो जार्ज टाउन, मायलापोर और ट्रिप्लीकेन में स्थित हैं। 19वीं शताब्दी में यह शहर मद्रास प्रेज़ीडेन्सी के नाम से जाना गया। यह शहर ब्रिटिश साम्राज्य का दक्षिणी मंडल था। आजादी के बाद मद्रास को तमिलनाडु की राजधानी बना दिया गया। हाल ही में इसका नाम बदलकर चेन्नई रख दिया गया। ब्रिटिश काल की इमारतों में, चेपक पैलेस, यूनिवर्सिटी सीनेट हाउस[2], विक्टोरिया टेक्निकल इंस्टिट्यूट और उच्च न्यायालय भवन[3] सबसे आकर्षण माने जाते हैं। कई आधुनिक ऊँची इमारतें भी बन गई हैं।
उद्योग और व्यापार
यह शहर दक्षिण भारत की व्यावसायिक गतिविधियों का केन्द्र है। चेन्नई के उद्योगों में वाहन उद्योग, एक विद्युत अभियांत्रिकी कारख़ाना, रबर व उर्वरक कारख़ाने और एक तेल शोधन कारख़ाना शामिल है। चमड़ा, लौह अयस्क और सूती वस्त्र चेन्नई से निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुएँ हैं। गेंहूँ, मशीनें, लोहा तथा इस्पात और कपास का आयात किया जाता है।
शिक्षण संस्थान
चेन्नई में अनेक शिक्षण संस्थाएँ हैं। राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों, अभियांत्रिकी एवं तकनीकी महाविद्यालयों, कालेज आफ़ कर्नाटिक म्यज़िक, कालेज आफ़ आटर्स एण्ड क्राफ़्ट्स और शिक्षक–प्रशिक्षण महाविद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। मद्रास विश्वविद्यालय, 1857 भी इसी शहर में स्थित है। जिसमें कई आधुनिक शोध केन्द्र हैं। यहाँ पर इंडियन इंस्टिट्यूट आफ़ टेक्नोलाजी, सेन्ट्रल लेदर रिसर्च इंस्टिट्यूट और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद की क्षेत्रीय प्रयोगशालाएँ आदि अनेक उल्लेखनीय वैज्ञानिक संस्थाएँ हैं। कृषि विकास के क्षेत्र में एम॰ एस॰ स्वामीनाथन रिसर्च फ़ाउडेशन एक अग्रणी संस्थान है।
नृत्य और संगीत संस्थान
सांस्कृतिक संस्थाओं में मद्रास संगीत अकादमी शामिल है, जो कर्नाटक संगीत[4] को प्रोत्साहन देने के लिए समर्पित है। कलाक्षेत्र नृत्य और संगीत का केन्द्र है तथा मायलापोर स्थित रसिक रंजिनी सभा रंगमंचीय कलाओं को प्रोत्साहन देती है। एक उपनगरीय क्षेत्र, कोडमबक्कम, अपने कई फ़िल्म स्टूडियो के कारण दक्षिणी भारत का हालीवुड कहलाता है। तीन रंगशालाएँ–
- चिल्ड्रन्स थिएटर,
- अन्नामलाई मनरम और
- म्यूज़ियम थिएटर प्रसिद्ध हैं।
संग्रहालय
मद्रास शासकीय संग्रहालय में इतिहास और तमिलनाडु के भौतिक पक्षों का प्रदर्शन किया गया है। फ़ोर्ट म्यूज़ियम में ईस्ट इंडिया कम्पनी की पुरानी वस्तुओं का लघु संग्रह है तथा नेशनल आर्ट गैलरी में चित्रों का संग्रह है।
जनसंख्या
2001 की गणना के अनुसार चेन्नई की जनसंख्या 42,16,268 है।
पर्यटन
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
भारत के चारों मैट्रो शहरों में से एक यह शहर सबसे छोटा जरूर है लेकिन पर्यटन के लिहाज से किसी से कम नहीं है। चेन्नई में अनेक ऐसे दर्शनीय स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।