आँखें बिछाना: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
सपना वर्मा (talk | contribs) No edit summary |
सपना वर्मा (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''आँखें बिछाना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है। | '''आँखें बिछाना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है। | ||
'''अर्थ'''- स्नेह या आदरपूर्वक किसी का | '''अर्थ'''- स्नेह या आदरपूर्वक किसी का स्वागत करना। | ||
'''प्रयोग'''- | '''प्रयोग'''-घर पर कौन तुम्हारी स्त्री है कि तुम्हारे लिए [[आँख|आँखें]] बिछाए बैठी होगी। - ([[जवाहर सिंह]]) | ||
Revision as of 11:56, 24 October 2015
आँखें बिछाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- स्नेह या आदरपूर्वक किसी का स्वागत करना।
प्रयोग-घर पर कौन तुम्हारी स्त्री है कि तुम्हारे लिए आँखें बिछाए बैठी होगी। - (जवाहर सिंह)