गवाह गुज़रना: Difference between revisions
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'''प्रयोग'''- और चालाकी देखो, ऊपर ही ऊपर काम करनेवाले लोगों को खिला-पिलाकर मुक़दमे का फैसला भी करा लिया गया। न पेशी हुई और न मुक़दमा चला, न बयान लिए, न गवाह गुज़रे। - | '''प्रयोग'''- और चालाकी देखो, ऊपर ही ऊपर काम करनेवाले लोगों को खिला-पिलाकर मुक़दमे का फैसला भी करा लिया गया। न पेशी हुई और न मुक़दमा चला, न बयान लिए, न गवाह गुज़रे। -[[भूषण |भूषण वनमाली]]। | ||
Revision as of 11:10, 25 October 2015
गवाह गुज़रना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- अदालत में गवाह द्वारा गवाही देना।
प्रयोग- और चालाकी देखो, ऊपर ही ऊपर काम करनेवाले लोगों को खिला-पिलाकर मुक़दमे का फैसला भी करा लिया गया। न पेशी हुई और न मुक़दमा चला, न बयान लिए, न गवाह गुज़रे। -भूषण वनमाली।