ज़बान रोकना: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''ज़बान रोकना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति मुहावरे|...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
Line 5: | Line 5: | ||
#किसी को कुछ कहने से रोकना। | #किसी को कुछ कहने से रोकना। | ||
'''प्रयोग | |||
'''प्रयोग'' - | |||
#दीपक बहुत कुछ बोले जा रहा था, पर न जाने क्यों अचानक से उसने अपनी 'ज़बान रोक' ली। | |||
#राकेश ने सबके रहस्य खोलने शुरू किये ही थे कि अमर ने उसकी 'ज़बान रोक' दी। | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== |
Revision as of 13:29, 16 November 2015
ज़बान रोकना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ-
- कुछ कहते-कहते रुक जाना।
- किसी को कुछ कहने से रोकना।
'प्रयोग -
- दीपक बहुत कुछ बोले जा रहा था, पर न जाने क्यों अचानक से उसने अपनी 'ज़बान रोक' ली।
- राकेश ने सबके रहस्य खोलने शुरू किये ही थे कि अमर ने उसकी 'ज़बान रोक' दी।