विश्व कप फ़ुटबॉल 1982: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
नवनीत कुमार (talk | contribs) No edit summary |
नवनीत कुमार (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 24: | Line 24: | ||
|पाठ 10= | |पाठ 10= | ||
|संबंधित लेख= | |संबंधित लेख= | ||
|अन्य जानकारी= | |अन्य जानकारी=इस विश्व कप में 24 देश की टीमों ने प्रतिभाग किया था। इस बार दूसरे ग्रुप स्टेज को दोबारा शामिल किया गया और यह भी तय हुआ कि सेमी फ़ाइनल मैच भी खेले जाएँगे। | ||
|बाहरी कड़ियाँ= | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
|अद्यतन={{अद्यतन|16:12, 6 अगस्त 2016 (IST)}} | |अद्यतन={{अद्यतन|16:12, 6 अगस्त 2016 (IST)}} |
Revision as of 10:56, 6 August 2016
विश्व कप फ़ुटबॉल 1982
| |
विवरण | 'फ़ीफ़ा विश्व कप' का आयोजन 'फ़ीफ़ा' (फ़ेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल फ़ुटबॉल एसोसिएशन) द्वारा कराया जाता है। ग्यारहवाँ विश्व कप फ़ुटबॉल वर्ष 1982 में खेला गया था, जिसकी मेज़बानी स्पेन ने की थी। |
वर्ष | 1982 |
तिथि | 13 जून से 11 जुलाई |
कुल देश | 24 |
फ़ाइनल | इटली तथा जर्मनी |
कुल मैच | 52 |
कुल गोल | 146 |
दर्शक | 2,109,723 |
अन्य जानकारी | इस विश्व कप में 24 देश की टीमों ने प्रतिभाग किया था। इस बार दूसरे ग्रुप स्टेज को दोबारा शामिल किया गया और यह भी तय हुआ कि सेमी फ़ाइनल मैच भी खेले जाएँगे। |
अद्यतन | 16:12, 6 अगस्त 2016 (IST)
|
विश्व कप फ़ुटबॉल 1982 अथवा फ़ीफ़ा विश्व कप 1982 (अंग्रेज़ी: FIFA World Cup 1982) वर्ष 1982 में विश्व कप की मेज़बानी स्पेन को मिली। स्पेन में हुए विश्व कप का स्वरूप कुछ बदला हुआ था। इस बार 24 देश की टीमों को विश्व कप में खेलने का मौक़ा मिला। इस विश्व कप का आयोजन 13 जून से 11 जुलाई तक हुआ। इस बार विश्व का ख़िताब इटली ने जर्मनी को 3-1 हराकर अपने नाम किया।[1]
दूसरे ग्रुप स्टेज को दोबारा शामिल किया गया और यह भी तय हुआ कि सेमी फ़ाइनल मैच भी खेले जाएँगे। अब चार-चार टीमों को छह ग्रुपों में शामिल किया गया। ग्रुप स्टेज के एक मैच में हंगरी ने अल-सल्वाडोर को 10-1 से मात दी, तो अल्जीरिया ने पश्चिमी जर्मनी को 2-1 से हराकर सनसनी फैलाई। स्कॉटलैंड की टीम ब्राज़ील से 4-1 से हार गई। सोवियत संघ से 2-2 की बराबरी के साथ ही स्कॉटलैंड की टीम प्रतियोगिता से बाहर हो गई। इंग्लैंड ने शुरुआत तो अच्छी की, फ़्रांस को उसने 3-1 से हराया। इंग्लैंड ने चेकोस्लोवाकिया और ट्यूनीशिया को भी हराया लेकिन दूसरे दौर में पश्चिम जर्मनी और स्पेन से हारकर इंग्लैंड की टीम ख़ाली हाथ स्वदेश लौटी।
डिएगो माराडोना के साथ उतरी अर्जेंटीना की टीम अपना पहला मैच बेल्जियम से हार गई लेकिन दूसरे दौर में जगह बनाने में सफल रही। दूसरे दौर में उसका मुक़ाबला ब्राज़ील और इटली जैसी टीमों से था। ब्राज़ील ने 1970 के बाद अपनी बेहतरीन टीम उतारी। टीम में ज़िको, सोक्रेटिस, एडर और फ़ाल्काओ जैसे खिलाड़ियों से सजी थी ब्राज़ील की टीम। लेकिन कारेका घायल होने के कारण खेल नहीं पाए और ब्राज़ील को इसकी क़ीमत चुकानी पड़ी। अर्जेंटीना की टीम दूसरे दौर में फ़्लॉप साबित हुई। इटली की टीम ने उसे मात दी और ब्राज़ील के हाथों भी उसे 3-1 से पराजित होना पड़ा। इस मैच में ब्राज़ील के बटिस्टा को फ़ाउल करने के कारण माराडोना को मैदान से बाहर कर दिया गया लेकिन ब्राज़ील का रास्ता आसान नहीं था। ख़िताब की दावेदार मानी जाने वाली ब्राज़ील की टीम इटली के हाथों हारकर बाहर हो गई।
- सेमी फ़ाइनल
पहले सेमी फ़ाइनल में इटली का मुक़ाबला पोलैंड से था। इटली ने पोलैंड को मात देकर 12 सालों में पहली बार विश्व कप के फ़ाइनल में जगह बनाई। फ़्रांस और पश्चिमी जर्मनी के बीच दूसरा सेमी फ़ाइनल दो शक्तिशाली देशों के बीच ज़बरदस्त जंग थी। आख़िरकार पश्चिम जर्मनी ने फ़्रांस को 5-4 से हराकर फ़ाइनल में प्रवेश किया।
- फ़ाइनल
फ़ाइनल में इटली की टीम को रोकना मुश्किल लग रहा था और यही हुआ, 3-1 से फ़ाइनल मैच जीतकर इटली ने विश्व कप का ख़िताब जीत लिया।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विश्व कप फ़ुटबॉल (हिन्दी) bbc.com। अभिगमन तिथि: 5 अगस्त, 2016।