आयुध निर्माणी मुरादनगर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
m (Text replacement - "खरीद" to "ख़रीद")
Line 39: Line 39:
*अपनी उत्पादन सुविधाओं को लगातार आधुनिक बनाना।
*अपनी उत्पादन सुविधाओं को लगातार आधुनिक बनाना।
*कर्मचारियों को प्रशिक्षित एवं प्रेरित करना।
*कर्मचारियों को प्रशिक्षित एवं प्रेरित करना।
*खरीद, सिनर्जी तथा आंतरिक शोध एवं विकास के माध्यम से स्वयं को प्रौद्योगिकियों से लैस करना।
*ख़रीद, सिनर्जी तथा आंतरिक शोध एवं विकास के माध्यम से स्वयं को प्रौद्योगिकियों से लैस करना।
*सतत रूप से गुणवत्ता में सुधार करना।
*सतत रूप से गुणवत्ता में सुधार करना।
*सूचना प्रौद्योगिकी के गहन उपयोग द्वारा प्रचालन दक्षता एवं संचार में सुधार करना।
*सूचना प्रौद्योगिकी के गहन उपयोग द्वारा प्रचालन दक्षता एवं संचार में सुधार करना।

Revision as of 13:20, 15 November 2016

आयुध निर्माणी मुरादनगर
विवरण 'आयुध निर्माणी मुरादनगर' भारतीय आयुध निर्माणियों में से एक है। अपनी सहायक आयुध निर्माणियों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्टील कास्टिंग के उत्पादन में संलग्न यह निर्माणी 'आयुध निर्माणी बोर्ड' की एक धातुकर्मीय इकाई है।
देश भारत
राज्य उत्तर प्रदेश
ज़िला गाज़ियाबाद
स्थापना 1 मार्च, 1943
स्थिति 'आयुध निर्माणी मुरादनगर' दिल्ली-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर मुरादनगर ज़िला, गाज़ियाबाद में स्थित है तथा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 40 कि.मी. दूर है।
संबंधित लेख भारतीय आयुध निर्माणियाँ, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन
अन्य जानकारी इस निर्माणी को विभिन्न एरियल बमों एवं अम्युनिशन के लिए स्टील कास्टिंग, टैंकों, आर्मड वाहनों के लिए आर्मड व नॉन आर्मड कास्टिंग तथा स्टील फोर्जिंग के उत्पादन के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त है।

आयुध निर्माणी मुरादनगर (अंग्रेज़ी: Ordnance Factory Muradnagar) आयुध निर्माणी परिवार (एम एण्ड सी समूह) की धातुकर्मीय निर्माणियों में से एक है। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1 मार्च, 1943 को एक ट्रांसप्लांटेशन प्रोजेक्ट के रूप में यह अस्तित्व में आई थी। तब से यह निर्माणी लगातार विकास की ओर अग्रसर है और रक्षा सेवाओं की बदलती आवश्यकताओं के अनुसार तेजी से बदलते हुए साल‌‌‌-दर-साल आगे बढ़ रही है।

परिचय

  • इस निर्माणी को विभिन्न एरियल बमों एवं अम्युनिशन के लिए स्टील कास्टिंग, टैंकों, आर्मड वाहनों के लिए आर्मड व नॉन आर्मड कास्टिंग तथा स्टील फोर्जिंग के उत्पादन के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त है।
  • स्टील कास्टिंग में विशेषज्ञता प्राप्त होने के साथ-साथ, इस निर्माणी में विभिन्न कास्टिंग एवं फोर्जिंग की मशीनिंग की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
  • वर्तमान में निर्माणी एरियल बम, हैंड ग्रेनेड, 81 एम एम (पी डब्लू पी) शैल , 81 एम एम (एच ई) शैल, 25 पॉन्ड बम, फ्लेअर ट्रिप वायर, टी-90 टैंकों के लिए ट्रैक असेम्बली, विभिन्न टैंकों तथा आर्मड पर्सनल कैरियर के लिए आर्मड व नॉन आर्मड कास्टिंग तथा इंगट मोल्ड की कास्टिंग और सहायक निर्माणियों को विभिन्न प्रकार की फोर्जिंग की आपूर्ति करती है।

अवस्थिति तथा संपर्क

'आयुध निर्माणी मुरादनगर' दिल्ली-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर मुरादनगर, गाज़ियाबाद में स्थित है तथा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 40 कि.मी. दूर है। मुरादनगर रेलवे स्टेशन निर्माणी के मुख्य द्वार से 100 मी. की दूरी पर है। निकटतम नागरिक विमानपत्तन, इंदिरा गांधी अंतर-राष्ट्रीय/राष्ट्रीय एयरपोर्ट दिल्ली निर्माणी से 60 कि.मी. दूर है।

उद्देश्य

  • अपने सशस्त्र बलों को आधुनिक 'रक्षा एवं युद्ध क्षेत्र उपकरणों' से सुसज्जित करना।
  • अपनी उत्पादन सुविधाओं को लगातार आधुनिक बनाना।
  • कर्मचारियों को प्रशिक्षित एवं प्रेरित करना।
  • ख़रीद, सिनर्जी तथा आंतरिक शोध एवं विकास के माध्यम से स्वयं को प्रौद्योगिकियों से लैस करना।
  • सतत रूप से गुणवत्ता में सुधार करना।
  • सूचना प्रौद्योगिकी के गहन उपयोग द्वारा प्रचालन दक्षता एवं संचार में सुधार करना।
  • ग्राहक संतुष्टि का उच्चतम स्तर प्राप्त करना।
  • रक्षा, ग़ैर रक्षा तथा निर्यात बाज़ारों में ग्राहक आधार बढ़ाना तथा वैश्विक उपस्थिति स्थापित करना।

इतिहास एवं विकास

अपनी सहायक आयुध निर्माणियों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्टील कास्टिंग के उत्पादन में संलग्न 'आयुध निर्माणी मुरादनगर' आयुध निर्माणी बोर्ड की एक धातुकर्मीय इकाई है। यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ट्रांसप्लांटेशन प्रोजेक्ट के रूप में 1 मार्च, 1943 को यह अस्तित्व में आई।

इतिहास तथा विकास
क्र.सं. वर्ष विवरण
1. 1943 यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान के दौरान ट्रांसप्लांटेशन प्रोजेक्ट के रूप में निर्माणी स्थापित की गई जिसमें मात्र एक अनुभाग हैवी स्टील फाउण्डरी था।
2. 1957 1000 पॉन्ड बम बॉडी का उत्पादन शुरू हुआ इसके बाद 25 पॉन्ड बम बॉडी का।
3. 1961 शक्तिमान, निसान वाहनों तथा विजयंता टैंकों के लिए कास्टिंग के निर्माण हेतु नई उत्पादन श्रृंखला जोड़ी गई।
4. 1978 एच जी बॉडी, 25 पॉन्ड कास्टिंग व अन्य कास्ट आयरन कास्टिंग बनाने के लिए एक नया अनुभाग आयरन फाउण्डरी अस्तित्व में आया।
5. 1978 फाउण्डरी प्रौद्योगिकी को सुधारने के लिए सैंड वाशिंग एवं ग्रेडिंग प्लांट स्थापित किया गया।
6. 1981 1 टन व 2 टन हैमर वाली फोर्ज शॉप अस्तित्व में आई।
7. 1982 टी-72 टैंक के लिए स्टील कास्टिंग(प्लेन कार्बन व एलॉय स्टील) की सुविधा शुरू की गई।
8. 1985 फोर्ज शॉप में 5 टन का हैमर लगाया गया।
9. 1995 भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 15-03-1995 को आई एस ओ-9002 प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
10. 1998 250 कि.ग्रा. एच एस एल डी एरियल बम बॉडी की उत्पादन सुविधा स्थापित की गई।
11. 2000 प्रयोगशाला के लिए एन ए बी एल मान्यता प्राप्त हुई।
12. 2001 450 कि.ग्रा. एच एस एल डी एरियल बम बॉडी की उत्पादन सुविधा स्थापित की गई।
13. 2005 टी-90 टैंक के लिए कास्टिंग का विकास एवं उत्पादनीकरण।
14. 2009 अगस्त 2009 से आई एस ओ-9001 : 2008 संस्करण प्रारंभ। वर्ष 2008 के लिए गोल्डन पीकॉक राष्ट्रीय गुणवत्ता पुरस्कार प्रदान किया गया।
15. 2010 टी-72 के लिए ट्रैक लिंक असेम्बली का विकास तथा पहला सैट 15 नवंबर 2010 को प्रेषित।
16. 2011 टी-90 टैंक हेतु ट्रैक लिंक का बल्क उत्पादन शुरू। अब तक 78 सैट की एच वी एफ को आपूर्ति।
17. 2011 आर एण्ड डी के अंतर्गत 155 मि.मी. एफ एच गन की 41 कास्टिंग विकसित कर जी सी एफ को भेजी गई।
18. 2012 मार्च 2012 में आई एस ओ 14001:2004 का ई एम एस प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
19. 2012 टी-72 टैंक के लिए संशोधन के बाद ट्रैक लिंक असेंबली का नया सैट विकसित किया गया और जुलाई 2012 में एच वी एफ को परीक्षण के लिए भेजा गया।
20. 2013 आई आर डी प्रोजेक्ट के अंतर्गत टी-90 के लिए टेस्ट स्टैंड सफलतापूर्वक विकसित तथा स्थापित किया गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख