क्रयिक: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''क्रयिक कर''' प्राचीन भारत की शासन व्यवस्था में लि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
m (रिंकू बघेल ने क्रयिक कर पर पुनर्निर्देश छोड़े बिना उसे क्रयिक पर स्थानांतरित किया)
(No difference)

Revision as of 13:20, 2 July 2017

क्रयिक कर प्राचीन भारत की शासन व्यवस्था में लिया जाने वाला कर था।

भेद

कौटिल्य के अनुसार यह कर तीन प्रकार का होता है-

  1. धान्यमूलक- धान्य को बेचकर प्राप्त धन
  2. कोशनिर्हार- धन देकर खरीदा हुआ अन्न
  3. प्रयोग-प्रत्यादान- ब्याज आदि से प्राप्त धन
  • प्राचीन भारतीय अर्थव्यवस्था में निम्नांकित कर भी प्रचलित थे-
  1. सीता कर
  2. राष्ट्र कर
  3. क्रयिक कर
  4. परिवर्त्तक कर
  5. प्रामित्यक कर
  6. आपमित्यक
  7. सिंहनिका कर
  8. अन्वजात कर
  9. व्ययप्रत्यात कर
  10. उपस्थान कर


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


कौटिलीय अर्थशास्त्रम्‌ |लेखक: वाचस्पति गैरोला |प्रकाशक: चौखम्बा विधाभवन, चौक (बैंक ऑफ़ बड़ौदा भवन के पीछे , वाराणसी 221001, उत्तर प्रदेश |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 157 |

संबंधित लेख