वे रहीम नर धन्य हैं -रहीम: Difference between revisions

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बाँटनवारे को लगै, ज्यौं मेंहदी को रंग॥
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वे पुरुष धन्य हैं जो दूसरों का उपकार करते हैं। उनपे रंग उसी तरह उकर आता है जैसे कि [[मेंहदी]] बांटने वाले को अलग से [[रंग]] लगाने की जरूरत नहीं होती।
वे पुरुष धन्य हैं जो दूसरों का उपकार करते हैं। उनपे रंग उसी तरह उकर आता है जैसे कि [[मेंहदी]] बांटने वाले को अलग से [[रंग]] लगाने की ज़रूरत नहीं होती।


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Latest revision as of 10:50, 2 January 2018

वे रहीम नर धन्य हैं, पर उपकारी अंग।
बाँटनवारे को लगै, ज्यौं मेंहदी को रंग॥

अर्थ

वे पुरुष धन्य हैं जो दूसरों का उपकार करते हैं। उनपे रंग उसी तरह उकर आता है जैसे कि मेंहदी बांटने वाले को अलग से रंग लगाने की ज़रूरत नहीं होती।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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