प्रयोग:कविता सा.-1: Difference between revisions
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{चोल मंडल ग्राम किस राज्य में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-149,प्रश्न-87 | {चोल मंडल ग्राम किस राज्य में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-149,प्रश्न-87 | ||
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-केरल | -[[केरल]] | ||
-गुजरात | -[[गुजरात]] | ||
-महाराष्ट्र | -[[महाराष्ट्र]] | ||
+ | +[[तमिलनाडु]] | ||
||चोल मंडल ग्राम | ||चोल मंडल ग्राम [[तमिलनाडु]] राज्य में स्थित है। 1966 ई. में इसकी स्थापना के. सी. एस. पन्निकर ने [[मद्रास]] के बाहर कलाकारों के एक गाँव बसाने के रूप में हुआ। | ||
{भारतीय चित्रकला का मूल तत्त्व क्या है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-172,प्रश्न-48 | {भारतीय चित्रकला का मूल तत्त्व क्या है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-172,प्रश्न-48 | ||
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-रंग | -[[रंग]] | ||
-शीर्षक | -शीर्षक | ||
+रेखा | +रेखा | ||
-धर्म | -[[धर्म]] | ||
||चित्रकला के मुख्य रूप से 6 मूल तत्त्व होते हैं- रेखा, रूप, वर्ण, तान, पोत और अंतराल। | ||[[चित्रकला]] के मुख्य रूप से 6 मूल तत्त्व होते हैं- रेखा, रूप, वर्ण, तान, पोत और अंतराल। | ||
{'लाफिंग कैवेलियर' चित्र किसने चित्रित किया?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-150,प्रश्न-90 | {'लाफिंग कैवेलियर' चित्र किसने चित्रित किया?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-150,प्रश्न-90 | ||
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||'लाफिंग कैवेलियर' का चित्र फ्रान्ज हॉल ने सन् 1624 में बनाया था। 'गिप्सी गर्ल' फ्रान्ज हॉल' (डच चित्रकार) द्वारा चित्रित प्रसिद्ध चित्र है। | ||'लाफिंग कैवेलियर' का चित्र फ्रान्ज हॉल ने सन् 1624 में बनाया था। 'गिप्सी गर्ल' फ्रान्ज हॉल' (डच चित्रकार) द्वारा चित्रित प्रसिद्ध चित्र है। | ||
{'द किस' नामक मूर्ति के मूर्तिकार कौन है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-150,प्रश्न-95 | {'द किस' नामक मूर्ति के [[मूर्तिकार]] कौन है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-150,प्रश्न-95 | ||
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-माइकेल एंजिलो | -माइकेल एंजिलो | ||
-पूसा | -पूसा | ||
+रोदिन | +रोदिन | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||'द किस' नामक मूर्ति वर्ष 1889 में ऑगस्टे रोदिन द्वारा निर्मित संगमरमर की मूर्ति है। वर्ष 1898 में उसने फ्रांस के उपन्यासकार होनोर डी बाल्जाक की स्मृति में कांस की मूर्ति बनाई। | ||'द किस' नामक मूर्ति वर्ष 1889 में ऑगस्टे रोदिन द्वारा निर्मित संगमरमर की मूर्ति है। वर्ष 1898 में उसने [[फ्रांस]] के उपन्यासकार होनोर डी बाल्जाक की स्मृति में कांस की मूर्ति बनाई। | ||
{'एस. बालचंद्रन' किसके लिए प्रसिद्ध हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-193,प्रश्न-66 | {'एस. बालचंद्रन' किसके लिए प्रसिद्ध हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-193,प्रश्न-66 | ||
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-चित्रकला | -[[चित्रकला]] | ||
-सारंगी | -[[सारंगी]] | ||
+वीणा | +[[वीणा]] | ||
-म्यूरल | -म्यूरल | ||
||एस. बालचंद्रन 'वीणा वादन' के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा उन्होंने | ||एस. बालचंद्रन '[[वीणा|वीणा वादन]]' के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा उन्होंने फ़िल्म निर्माण, निर्देशक, संगीत निर्देशक तथा गायन एवं नृत्य कलाकार के रूप में भी काम किया है। | ||
{भोपाल स्थित 'भारत भवन' का संस्थापक कौन था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-199,प्रश्न-103 | {[[भोपाल]] स्थित 'भारत भवन' का संस्थापक कौन था?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-199,प्रश्न-103 | ||
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-एस. एच. रज़ा | -[[एस. एच. रज़ा]] | ||
+जे. स्वामीनाथ | +जे. स्वामीनाथ | ||
-के. एस. कुलकर्णी | -के. एस. कुलकर्णी | ||
-मनजीत बावा | -[[मनजीत बावा]] | ||
||भोपाल स्थित 'भारत भवन' का संस्थापक अशोक वाजपेयी को माना जाता है। जे. स्वामीनाथन अकादमी में ट्रस्टीशिप थे। अत: उचित विकल्प की अनुपस्थिति में विकल्प (b) माना जा सकता है। | ||[[भोपाल]] स्थित 'भारत भवन' का संस्थापक अशोक वाजपेयी को माना जाता है। जे. स्वामीनाथन अकादमी में ट्रस्टीशिप थे। अत: उचित विकल्प की अनुपस्थिति में विकल्प (b) माना जा सकता है। | ||
{'राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट' कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-201,प्रश्न-121 | {'राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट' कहाँ स्थित है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-201,प्रश्न-121 | ||
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-उदयपुर में | -[[उदयपुर]] में | ||
-चित्तौड़ में | -[[चित्तौड़]] में | ||
+जयपुर में | +[[जयपुर]] में | ||
-जोधपुर में | -[[जोधपुर]] में | ||
||'राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट' जयपुर में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1988 में हुई थी। | ||'राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट' [[जयपुर]] में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 1988 में हुई थी। | ||
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{अपने कमल जैसे आकार के लिए प्रसिद्ध बहाई मंदिर भारत के किस नगर में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-208,प्रश्न-172 | {अपने कमल जैसे आकार के लिए प्रसिद्ध बहाई मंदिर भारत के किस नगर में है?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-208,प्रश्न-172 | ||
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- | -[[मुम्बई]] | ||
+दिल्ली | +[[दिल्ली]] | ||
-कोलकाता | -[[कोलकाता]] | ||
-बड़ौदा | -[[बड़ौदा]] | ||
||अपने कमल जैसे आकार के लिए प्रसिद्ध बहाई मंदिर, भारत की राजधानी दिल्ली के नेहरू प्लेस के पास स्थित है। इस मंदिर का स्थापत्य, वास्तुकार फरीबर्ज सहबा ने तैयार किया था। | ||अपने कमल जैसे आकार के लिए प्रसिद्ध बहाई मंदिर, भारत की राजधानी [[दिल्ली]] के नेहरू प्लेस के पास स्थित है। इस मंदिर का स्थापत्य, वास्तुकार फरीबर्ज सहबा ने तैयार किया था। | ||
{चिकनकारी संबंधित है-(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-209,प्रश्न-178 | {चिकनकारी संबंधित है-(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-209,प्रश्न-178 | ||
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-चित्रकला | -[[चित्रकला]] | ||
+वस्त्र कला से | +वस्त्र कला से | ||
-पाककला से | -पाककला से |
Revision as of 12:17, 9 March 2018
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