अवगुण्ठित: Difference between revisions

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'''अवगुण्ठित''' ([[विशेषण]]) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+गुण्ठ्+क्त]  
'''अवगुण्ठित''' ([[विशेषण]]) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+गुण्ठ्+क्त]  


*पर्दा पड़ा हुआ, ढका हुआ, छिपा हुआ-रजनीतिमिराव-गुण्ठिते<ref>कु. 4/11</ref><ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=114|url=|ISBN=}}</ref>
*पर्दा पड़ा हुआ, ढका हुआ, छिपा हुआ-रजनीतिमिराव-गुण्ठिते<ref>कु. 4/11</ref><ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=115|url=|ISBN=}}</ref>





Latest revision as of 08:42, 15 May 2024

अवगुण्ठित (विशेषण) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त)] [अव+गुण्ठ्+क्त]

  • पर्दा पड़ा हुआ, ढका हुआ, छिपा हुआ-रजनीतिमिराव-गुण्ठिते[1][2]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. कु. 4/11
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 115 |

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