छान्दोग्य उपनिषद अध्याय-1
प्रथम अध्याय में तेरह खण्ड हैं।
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- इनमें 'साम' के सार रूप 'ॐकार' की व्याख्या की गयी है तथा 'ॐकार' की अध्यात्मिक, आधिदैविक उपासनाओं को समझाते हुए विभिन्न स्वरूपों को स्पष्ट किया है।
- जो इस प्रकार है:-
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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