तबला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 13:58, 20 April 2010 by Pradeep Wagle (talk | contribs)
Jump to navigation Jump to search

तबला / Tabla thumb|उस्ताद ज़ाकिर हुसेन आधुनिक काल में गायन, वादन तथा नृत्य की संगति में तबले का प्रयोग होता है । तबले के पूर्व यही स्थान पखावज अथवा मृदंग को प्राप्त था । कुछ दिनों से तबले का स्वतन्त्र-वादन भी अधिक लोक-प्रिय होता जा रहा है । स्थूल रूप से तबले को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है, दाहिना तबला जिसे कुछ लोग दाहिना भी कहते हैं, और बायां अथवा डग्गा ।

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः