लंघनाज

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 12:20, 7 March 2011 by गोविन्द राम (talk | contribs) (लंगनाज का नाम बदलकर लंघनाज कर दिया गया है)
Jump to navigation Jump to search
  • भारत में मध्य पाषाण युग (25000 ई.पू. से 5000 ई.पू.) की सबसे प्रसिद्ध स्थली गुजरात में लंगनाज स्थित है।
  • इस बस्ती की उत्खनिज सामग्री से मध्यपाषाण तथा प्रारम्भिक नवपाषाण काल में आदि मानव की जीवन प्रणाली पर प्रकाश पड़ता है।
  • उत्खननों ने यह दिखलाया है कि उस समय प्रयुक्त मुख्य उपकरण पत्थर के फलक और नियमित ज्यामितीय आकार के सूक्ष्माश्म थे, जिनका बाणाग्रों की तरह प्रयोग किया जाता था।
  • पुरातत्त्वज्ञों ने लंगनाज के इतिहास को दो पृथक् कालों में विभक्त किया है।
  • पहले काल के मृद्भाण्ड हस्तनिर्मित हैं, जबकि दूसरे काल के पूर्व-नवपाषाण कालीन मृद्भाण्ड चाक पर बनाये गये हैं और अलंकृत हैं।
  • पहले काल में शिकार और मछली पकड़ना लोगों के मुख्य उद्यम थे, जबकि दूसरे काल की विशेषता कृषि में संक्रमण थी।
  • लंगनाज क्षेत्र में हरिणों, बारहसिंगों, गैण्डों, जंगली सुअरों और बैलों की हड्डियाँ मिली हैं। वे सम्भवतः इनका शिकार कर उन्हें खाते थे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः