शान्तिवर्णी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 11:29, 18 April 2010 by Govind (talk | contribs)
Jump to navigation Jump to search

आचार्य शान्तिवर्णी / Acharya Shantivarni

  • परीक्षामुख के प्रथम सूत्र पर इन्होंने 'प्रमेयकण्ठिका' नाम की वृत्ति लिखी है।
  • यह एक न्याय-विद्या की लघु रचना है और प्रमाण पर इसमें संक्षेप में प्रकाश डाला गया है।
  • यह वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट, काशी से प्रकाशित हो चुकी है।
  • यह अध्येतव्य है।

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः