हिमाचल प्रदेश की संस्कृति

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 10:18, 6 June 2011 by रेणु (talk | contribs) (हिमाचल प्रदेश की कला एवं संस्कृति का नाम बदलकर हिमाचल प्रदेश की संस्कृति कर दिया गया है)
Jump to navigation Jump to search
चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

मध्‍यकाल में जब उत्‍तर-पश्चिम से आक्रमण हुए तो राजपूताना और आसपास के क्षेत्रों के राजवंश यहां आकर बस गए। और अन्‍होनें अपनी रियासतें स्‍थापित कीं इन राजवंशों ने यहा के स्‍थानीय लोगों को सभ्‍य-संस्‍कृत बनाया और भारतीय चित्रकला की अद्धितीय धरोहर पहाड़ी कला और स्‍थापत्‍य कला को प्रश्रय दिया।

हिमाचल प्रदेश में मुख्य रूप से हिन्दी, काँगड़ी, पहाड़ी, पंजाबी, तथा डोगरी आदि भाषाऐं बोली जाती हैं। हिन्दू, बौद्ध और सिक्ख आदि यहाँ के प्रमुख धर्म हैं। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, सिरमौर, मण्डी ऊपरी क्षेत्र किन्नौर, शिमला इत्यादि जनपदों में नाटी नृत्य मुख्य रूप से किया जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः