ओसवां महाराष्ट्र
- एक प्राचीन क़िला जिसे शायद बीजापुर के सुल्तानों ने बनाया था, यहाँ का उल्लेखनीय स्मारक है।
- यह वर्गाकार बना हुआ है।
- इसके चारों ओर दो परकोटे और एक खाई है।
- क़िले में एक विशाल तोप रक्खी है जिस पर निजामशाह का नाम अंकित है।
- यहाँ के प्राचीन भवन अधिकांश में खंडहर हो गए हैं।
- एक अनोखे भूमिगत भवन के विस्तीर्ण खंडहर भी मिले हैं जिसकी लंबाई 76 फुट और चौड़ाई 50 फुट है।
- इसकी छत एक विशाल हौज की तली है।
- औरंगजेब की दक्षिण की सूबेदारी के समय बनी हुई एक मसजिद भी यहाँ है।
- इस आशय का एक लेख इस पर उत्कीर्ण है।
- जामामसजिद बीजापुर की वास्तुशैली में निर्मित है।
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