चंद्रकीर्ति
उत्कर्ष- 600 से 650 ई.
- बौद्ध तर्कशास्त्र के प्रासंगिक मत के मुख्य प्रतिनिधि थे।
- चंद्रकीर्ति ने बौद्ध साधु नागार्जुन के विचारों पर प्रसन्नपद नामक प्रसिद्ध टीका लिखी।
- हालांकि नागार्जुन की व्याख्या में पहले से कई टीकाएं थीं, लेकिन चंद्रकीर्ति की टीका इनमें सबसे प्रामाणिक बन गई।
- मूल रूप से संस्कृत में संरक्षित यह एकमात्र टीका है(अन्य टीकाएं सिर्फ़ तिब्बती अनुवादों में उपलब्ध हैं)।
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