Template:साप्ताहिक सम्पादकीय

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
भारतकोश सम्पादकीय-आदित्य चौधरी

right|130px|link=भारतकोश सम्पादकीय 21 अगस्त 2012

यादों का फंडा
          मस्तिष्क को वैज्ञानिकों ने एक कम्प्यूटर की तरह मानकर ही इसका अध्ययन किया है और यह अध्ययन लगातार जारी है। वैज्ञानिक मस्तिष्क की याददाश्त की क्षमता को अद्‌भुत मानते हैं और यह भी प्रमाणित है कि मस्तिष्क को जितने भी संदेश मिलते हैं वह उन्हें संचित कर लेता है। किंतु हिप्पोकॅम्पस में संचित इन संदेशों को पुन: प्रस्तुत करने के लिए मनुष्य के मस्तिष्क के पास कोई सुगम प्रणाली नहीं होती। ...पूरा पढ़ें

पिछले लेख ईमानदारी की क़ीमत · मौसम है ओलम्पिकाना