Template:साप्ताहिक सम्पादकीय

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी

right|100px|border|link=भारतकोश सम्पादकीय 31 दिसम्बर 2012

यमलोक में एक निर्भय अमानत 'दामिनी'

             मान लीजिए कोई लड़की यदि बलात्कार का विरोध नहीं करती है... वह नियति मान कर अपनी जान की रक्षा के लिए चुपचाप बिना किसी विरोध के बलात्कार में सहमति दे देती है, जिससे कि कम से कम मार खाने से तो बच जाय, और वहाँ पुलिस आ जाती है तो उस लड़की को निश्चित ही वैश्यावृत्ति के जुर्म में गिरफ़्तार किया जाएगा... क्या वह लड़की यह साबित कर पाएगी कि वह वैश्या नहीं है ? ...पूरा पढ़ें

पिछले लेख उसके सुख का दु:ख · चौकोर फ़ुटबॉल · शाप और प्रतिज्ञा