कहना मोड़ना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- बात टालना।
प्रयोग- पंडित रत्न ने पूछा कि आज़ाद लाला से कहलवा दिया जाए तो कैसा रहे? महाशय वेदव्रत तो उनका कहना मोड़ते नहीं। (अश्क)