अघाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- तृप्त होना।
प्रयोग - मीर साहब उन लोगों की वफादारी की प्रशंसा करते-करते अघाते नहीं थे। (भूषण वनमाली)
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