काश्तकार

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काश्तकार फ़ारसी भाषा का शब्द है। वह मनुष्य जिसने ज़मींदार को कुछ वार्षिक लगान देने की प्रतिज्ञा करके उसकी जमींन पर खेती करने का स्वत्व प्राप्त किया हो, उसे काश्तकार कहा जाता है।

  • साधारणतः काश्तकार पाँच प्रकार के होते हैं-
  1. शरह-मुएअन
  2. दखीलकार
  3. गैर दखीलकार
  4. साकितुल-मालकियत
  5. शिकमी
  • शरह-मुएअन वे हैं, जो दवामी बंदोबस्त के समय से बराबर एक ही मुकर्रर लगान देते आए हों। ऐसे काश्तकारों की लगान बढ़ाई नहीं जा सकती और वे बेदखल नहीं किए जा सकते
  • दखीलकार वे हैं, जिन्हें बारह वर्ष तक लगातार एक ही ज़मीन जोतने के कारण उन पर दखीलकारी का हक प्राप्त हो गया हो और जो बेदखल नहीं किए जा सकते।
  • गैर दखीलकार वे हैं, जिनकी काश्त की मुद्दत बारह वर्ष से कम हो।
  • साकितुल-मालकियत वह हैं, जो उसी जमीन पर पहले ज़मींदार की हैसियत से सीर करता रहा हो।
  • शिकमी वह हैं, जो किसी दूसरे काश्तकार से कुछ मुद्दत तक के लिये ज़मीन लेकर जोते।


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