नवीन चावला
नवीन चावला
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विवरण | 16वें मुख्य चुनाव आयुक्त |
कार्यकाल | 21 अप्रैल 2009 से 29 जुलाई 2010 |
अधिकार क्षेत्र | भारत |
विशेष | चावला देश के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त थे जिन्होंने पांच चरणों के लोकसभा चुनाव के बीच पद संभाला और चुनाव के चार चरणों की निगरानी की। |
अन्य जानकारी | नवीन चावला की पुस्तक ‘एवरी वोट काउंट्स’/'हर वोट मायने रखता है' |
नवीन चावला (अंग्रेज़ी Navin B Chawla, जन्म: 30 जुलाई, 1945) भारत के 16वें मुख्य चुनाव आयुक्त थे। इनका कार्यकाल 21 अप्रैल 2009 से 29 जुलाई 2010 को पूर्ण हुआ। वह एन गोपालस्वामी का स्थान लेंगे। नवीन चावला चावला गोपालस्वामी के बाद तीन सदस्यीय आयोग में सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त थे।
परिचय
इनका जन्म 30 जुलाई, 1945 को नई दिल्ली में हुआ।
कार्यक्षेत्र
चावला देश के पहले मुख्य चुनाव आयुक्त थे जिन्होंने पांच चरणों के लोकसभा चुनाव के बीच पद संभाला और चुनाव के चार चरणों की निगरानी की। गोपालस्वामी ने चावला पर कामकाज में कथित भेदभाव बरतने का आरोप लगाकर राष्ट्रपति से उन्हें चुनाव आयुक्त पद से हटाने की सिफारिश की थी जिसके बाद खासा विवाद छिड़ गया था। हालांकि, सरकार ने गोपालस्वामी की सिफारिश को नामंजूर कर दिया था और 4 मार्च को घोषणा की कि चावला अगले मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संवैधानिक है और यह छह साल या 65 वर्ष इनमें से जो भी पहले हो तक प्रभावी होता है।[1]
भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला की पुस्तक ‘एवरी वोट काउंट्स’/'हर वोट मायने रखता है' का शुभारंभ भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने नई दिल्ली में किया। यह पुस्तक इस बारे में है कि भारत में चुनावी मशीनरी कैसे काम करती है। पुस्तक भारत के बारे में बताती है कि, यह परिवर्तन के शिखर पर है।[2]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ नवीन चावला ने मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाला (हिंदी) आज तक। अभिगमन तिथि: 22 मई, 2019।
- ↑ नवीन चावला बने मुख्य चुनाव आयुक्त (हिंदी) आज तक। अभिगमन तिथि: 22 मई, 2019।
बाहरी कड़ियाँ
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