अधिज्य
अधिज्य (विशेषण) [अध्यारूढा ज्या यत्र, अधिगतं ज्यां वा]
- धनुष की डोरी को कस कर खींचे हुए, या कस कर खिंची हुई डोरी वाला (जैसा कि धनुष)।
सम.-धन्वन्,-कार्मुक (विशेषण) धनुष की डोरी को ताने हुए-त्वयि चाधिज्यकार्मुके-श. 1/6[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 31 |
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